हिंदुस्तान शरिया से नहीं संविधान से चलता है... देशवासियों के कानून हमारा संविधान तय करता है... और इसी संविधान में जिक्र है कि वक्त आने पर UCC लाया जा सकता है... मगर जब मोदी सरकार सिविल कोड की तरफ बढ़ रही है... संविधान के मुताबिक एक समान कानून लाने की तैयारी है.... तो इससे खुद को मुसलमान