उत्तरप्रदेश में भी बारिश तांडव मचा रही है. हुड़दंगी सड़क पर आतंक मचा रहे हैं. तो बाबा गुस्से में आ गए. हुड़दंगियों ने अदब के शहर लखनऊ को शर्मसार किया. तो योगी भड़क उठे और महिला पर पानी छींटने और बाइक से गिराने पर हुड़ंदंगियों की गर्मी निकाल दी. बारिश में मस्ती के नाम पर बदसलूकी करने वाले 4 आरोपियों को जेल में डाल दिया. तो जिम्मेदारों पर गाज गिरी है. 3 अफसरों समेत पूरी पुलिस चौकी को सीएम योगी ने संस्पेंड कर दिया. योगी एक्शन मोड में है. तो अखिलेश सवाल उठाने में लगे है. सोशल मीडिया पर गोरखपुर में बारिश से लबालब भरी सड़कों की तस्वीर ट्वीट कर लिख रहे हैं. जीरो डिवेलपमेंट. लेकिन बरसते बादलों पर सियासी तूफान यूपी से लेकर दिल्ली तक उठा है. अखिलेश ने नई संसद के छत से पानी टपकने का वीडियो पोस्ट किया है. और कहा है कि इससे अच्छी तो वो पुरानी संसद थी. जब तक अरबों रुपयों से बनी नई संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है. तब तक क्यों ना पुरानी संसद में चल जाए. देश के कई राज्यों में हालात खराब है. बाढ़-बारिश और लैंडस्लाइड से करीब 300 लोग मर चुके हैं. लेकिन जिम्मेदारी और जवाबदेही के बजाय आरोप-प्रत्यारोप की बिजलियां कड़क रही है. हर हिंदुस्तानी पूछ रहा है कि लीकेज सिस्टम पर सियासत के बादल कब छटेंगे. जवाबदेगी पर टोपी ट्रांसफर नहीं फाइनल एक्शन कब होगा.
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