अपडेटेड 1 July 2024 at 12:16 IST
Yogini Ekadashi 2024: इन मंत्रों के जाप से खुश होंगे हरि विष्णु, इन लाइनों से संपूर्ण करें पूजा
Yogini Ekadashi 2024: योगिनी एकादशी पर कुछ मंत्रों और आरती करके भगवान विष्णु का आशीर्वाद किया जा सकता है। जानते हैं इसके बारे में...
- धर्म और अध्यात्म
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Yogini Ekadashi 2024: बता दें, हर महीने दो पक्ष आते हैं- कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष। आषाढ़ माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को समर्पित है। ऐसे में यदि आप भगवान विष्णु की कृपा पाना चाहते हैं और इनका आशीर्वाद बनाए रखना चाहते हैं तो आप भगवान विष्णु को खुश करने के लिए एकादशी (Ekadashi 2024) पर कुछ मंत्रों और आरती का जाप कर सकते हैं। बता दें कि इस साल योगिनी एकादशी 2 जुलाई को मनाई जा रही है। ऐसे में आप कुछ मंत्रों और आरती करके भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं। आज हम इस लेख में योगिनी एकादशी पर करने वाले मंत्रों और आरती (Ekadashi 2024 Aarti and Mantra) के बारे में बताएंगे। पढ़ते हैं आगे…
योगिनी एकादशी पर पढ़ें ये मंत्र (Mantra for Lord Vishnu)
- शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥ - ओम नमो भगवते वासुदेवाय नम:।
- ओम नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।
- ओम ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः।
योगिनी एकादशी पर करें आरती
ओम जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥
जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।
सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥
ओम जय जगदीश…
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मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी॥
ओम जय जगदीश…
तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी॥
परब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥
ओम जय जगदीश…
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तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥
ओम जय जगदीश…
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥
ओम जय जगदीश…
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥
ओम जय जगदीश…
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥
ओम जय जगदीश…
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥
ओम जय जगदीश…
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥
ओम जय जगदीश…
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 1 July 2024 at 12:13 IST