अपडेटेड 25 September 2024 at 18:38 IST
पत्नी को क्यों नहीं लेना चाहिए पति का नाम, क्या होता है नुकसान? जानिए धार्मिक मान्यताएं
Husband wife relationship: हिंदू धर्म में पुराने समय से यह परंपरा चली आ रही है कि पत्नी अपने पति का नाम नहीं लेती है, लेकिन ऐसा क्यों आइए जानते हैं।
- धर्म और अध्यात्म
- 2 min read

Patni ko kyo nahi lena chahiye pati ka naam: हिंदू धर्म में पतियों को भगवान के समान दर्जा दिया गया है। ऐसे में सदियों से यह परंपरा चली आ रही है, कि पत्ननियां अपने पतियों का नाम नहीं लेती हैं। हालांकि आज के समय में ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है ज्यादातर महिलाएं अपने पति का नाम लेने लगी हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं, कि पुराने जमाने में महिलाओं को पतियों का नाम लेने से क्यों मना किया जाता था और इसके क्या नुकसान है और इससे जुड़ी धार्मिक मान्यता क्या है।
दरअसल, पुराने जमाने में महिलाओं को पतियों का नाम लेने से इसलिए मना किया जाता था, क्योंकि इसे उनकी उम्र कम होती है। ऐसी मान्यता है कि यही वजह है कि पुराने जमाने में महिलाएं पति का नाम नहीं लेती थीं। वहीं शास्त्रों के मुताबिक इस बात को स्कंद पुराण में भी लिखा गया है। तो चलिए जानते हैं पति का नाम न लेने के पीछे धार्मिक मान्यताएं क्या हैं?
शास्त्रों के मुताबिक ये है पति का नाम न लेने के पीछे की वजह
शास्त्रों के मुताबिक महर्षि वेदव्यास जी को भगवान का अवतार माना गया है और उनके मुख से निकली हुई वाणी को गणेश जी ने स्कंद पुराण में भी लिखा है। उसी स्कंद पुराण के मुताबिक जिस घर में पतिव्रता स्त्री आती है, उस घर में रहने वाले लोगों का जीवन खुशियों से भर जाता है। वहीं इसी के साथ इसमें पति का नाम न लेने के पीछे की वजह भी लिखी गई है।
स्कंद पुराण के मुताबिक पतियों का नाम लेने से उनकी उम्र घटने लगती है, इसलिए पुराने समय में महिलाएं उन्हें उनके नाम से नहीं बुलाती थी। इस नियम का पालन करना पतिव्रता स्त्री की पहचान होती है। इसके अलावा स्कंद पुराण में यह भी लिखा है कि वही महिलाएं पतिव्रता स्त्री कहलाती हैं, जो पति के भोजने करने के बाद ही खाना खाती हैं। इसके अलावा और भी कई बाते पतिव्रता स्त्री के लिए लिखी गई हैं।
Advertisement
यह भी पढ़ें… श्राद्ध 2024: पितृ दोष से चाहिए छुटकारा? तो Pitru Paksha में इन पेड़ों की जरूर करें पूजा
Advertisement
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 25 September 2024 at 18:12 IST