अपडेटेड 15 December 2024 at 22:42 IST
शिवजी पर जल चढ़ाने के बाद जरूर बोलें ये, वरना अधूरी मानी जाती है पूजा
शिव जी की पूजा के बाद व्यक्ति को शिव जी की आरती जरूर करनी चाहिए। ऐसे में शिव जी की आरती के लिरिक्स के बारे में पता होना जरूरी है।
- धर्म और अध्यात्म
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Lord Shiv Puja Niyam: जब भी शिव जी की पूजा की जाती हैं तो लोग ओम नम् शिवाय जरूर बोलते हैं और मंदिर से बाहर आ जाते हैं। वहीं शिवलिंग को जल चढ़ाने के बाद भी लोग ओम नम् शिवाय कहकर चल देते हैं लेकिन वे ये नहीं जानते कि कोई भी पूजा आरती के बिना अधूरी है। ऐसे में बता दें कि शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद शिव जी की आरती करना बेहद जरूरी है। ऐसे में शिवजी के बारे में पता होना जरूरी है।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि शिवजी की आरती के लिरिक्स क्या हैं। पढ़ते हैं आगे...
शिव जी की आरती के बोल
जय शिव ओंकारा, स्वामी ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
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दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥
अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
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श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥
त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥
जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा|
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 15 December 2024 at 22:41 IST