अपडेटेड 21 January 2024 at 12:58 IST
Tulsi Puja: रविवार के दिन तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए या नहीं? क्या है शास्त्र
Tulsi पूजा के कई नियम हैं। इन्हीं में से एक दीपक जलाने को लेकर भी है। आइए जानते हैं रविवार के दिन तुलसी के पास दीया जलाना चाहिए या नहीं।
- धर्म और अध्यात्म
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Ravivar Ko Tulsi Ke Pass Diya Jalana Chahiye Ya Nahi: हिंदू धर्म में तुलसी को बहुत ही महत्वपूर्ण और पूजनीय माना गया है, लेकिन शास्त्रों में तुलसी पूजा को लेकर कई नियम बताए गए है जिनका पालन करना बेहद जरुरी होता है। इन्हीं में से एक तुलसी में दीपक जलाना भी शामिल है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, लेकिन बहुत से लोगों में यह कंफ्यूजन रहती है कि क्या रविवार के दिन तुलसी के पास दीया जलाना चाहिए या नहीं। आइए इसके बारे में जानते हैं।
ग्रंथों में तुलसी को एक पवित्र और पूजनीय पौधे की उपाधि दी गई है और रविवार के दिन यह और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। इस दिन तुलसी पूजा का भी विशेष महत्व होता है, लेकिन नियमों के मुताबिक रविवार के दिन तुलसी को छूना नहीं चाहिए। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या संडे के दिन तुलसी के पौधे के पास दीया जलाना चाहिए या नहीं। आइए इसके बारे में जानते हैं।
रविवार के दिन तुलसी में जल चढ़ाना चाहिए या नहीं?
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक तुलसी के पौधे की पूजा रोजाना करनी चाहिए। साथ ही नियमित रुप से इसमें जल चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने पर घर की समृद्धि बनी रहती है, लेकिन शास्त्रों में कुछ विशेष दिन बताए गए हैं जिसमें तुलसी में जल चढ़ाने की मनाही होती है। ऐसा ही रविवार के दिन को लेकर भी है। कहते हैं तुलसी माता रविवार के दिन विष्णु भगवान के लिए निर्जला उपवास करती हैं, इसलिए इस दिन जल चढ़ाने से उनका व्रत टूट जाता है और आपकी पूजा का पूर्ण फल भी नहीं मिलता है।
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क्या रविवार के दिन तुलसी के पास दीया जलाना चाहिए?
वहीं ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक रविवार के दिन तुलसी में दीपक जलाने की भी मनाही होती है और ऐसा माना जाता है कि रविवार के दिन तुलसी पूजन भी नहीं करना चाहिए। रविवार के दिन आपको तुलसी के पौधे का स्पर्श भी नहीं करना चाहिए। कहते है कि शाम के समय यानी कि सूर्यास्त के बाद तुलसी के पौधे में दीपक नहीं जलाना चाहिए। मान्यता है कि सूर्यास्त के बाद तुलसी का पौधा सो जाता है और इस समय उनकी पूजा स्वीकार्य नहीं मानी जाती है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 20 January 2024 at 23:14 IST