अपडेटेड 2 September 2024 at 11:57 IST
Somvati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या 2 सितंबर यानी की आज मनाई जा रही है। हिंदू धर्म में अमावस्या को बहुत ही खास माना जाता है। वहीं अगर बात सोमवती अमावस्या की हो तो इसका महत्व और ज्यादा बढ़ जाता है। जो अमावस सोमवार के दिन पड़ती है उसे सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से कुंडली में कमजोर चंद्रमा को मजबूत किया जा सकता है। इसके अलावा इस दिन किए गए कुछ उपाय भी बहुत ही फलदायी साबित हो सकते हैं। इससे पहले आईए जान लेते हैं कि व्रत का शुभ मुहूर्त कब है।
द्रिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 02 सितंबर (सोमवार) को सुबह 05 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी। इसका समापन अगले दिन यानी 03 सितंबर को सुबह 07 बजकर 54 मिनट पर होगा। उदयातिथि के मुताबिक, सोमवती अमावस्या का व्रत सोमवार यानी कि 02 सितंबर के दिन सोमवार को ही रखा जाएगा।
अगर किसी व्यक्ति को व्यापार और कारोबार में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, तो वह सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और श्री हरि विष्णु भगवान का ध्यान करते हुए 'ओम नमो भगवते नारायणाय' मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से व्यापार में आने वाली परेशानियां खत्म हो सकती हैं।
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष है, तो उसे सोमवती अमावस्या की रात चांदी के नाग-नागिन की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। इसके बाद इन्हें शिवलिंग पर अर्पित कर भगवान शंकर का आशीर्वाद लेना चाहिए। ऐसा करने पर इस दोष से राहत मिल सकती है।
सोमवती अमावस्या की रात 5 लाल फूल और 5 जलते हुए दीये बहती हुई नदी के पानी में छोड़ दें। इस उपाय से धन लाभ के प्रबल योग बनते हैं।
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पब्लिश्ड 2 September 2024 at 11:57 IST