अपडेटेड 14 September 2025 at 08:49 IST

Shardiya Navratri 2025: इस बार माता रानी आएंगी हाथी पर सवार होकर, शारदीय नवरात्रि में मिलेंगे ये शुभ संकेत

Shardiya Navratri 2025: इस साल शारदीय नवरात्रि का आरंभ 22 सितंबर से होने जा रहा है। अब ऐसे में इस साल माता रानी किस पर सवार होकर आएंगी और अपने साथ क्या लेकर आएंगी? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

Shardiya Navratri 2025
Shardiya Navratri 2025 | Image: Meta Ai

Shardiya Navratri 2025: हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है। यह महीना इतना पवित्र माना जाता है कि अगर आप कोई कार्य सिद्ध करना चाहते हैं तो आप शारदीय नवरात्रि के दौरान माता रानी की पूजा विधिवत रूप से करें। 

वहीं माता रानी हर साल अलग-अलग वाहन पर बैठकर आती हैं और उसी अनुसार और अशुभ संकेत भी देती हैं। बता दें, माता रानी की सवारी अलग वाहन और जाने की सवारी भी अलग होती है। 

इस साल शारदीय नवरात्रि का आरंभ 22 सितंबर से होने जा रहा है। अब ऐसे में इस साल 9 नहीं, कुल 10 दिन की नवरात्रि होने वाली है।

आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि मां दुर्गा किस वाहन पर बैठकर आने वाली हैं और अपने साथ लाने वाली हैं?

Advertisement

हाथी पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा

इस साल मां दुर्गा का आगमन हाथी पर होगा। ऐसी मान्यता है कि हाथी पर सवार होकर आना सुख-शांति और समृद्धि के साथ-साथ व्यापार के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इतना ही नहीं माता रानी किसानों के लिए भी खुशखबरी लेकर आई है। जब भी माता रानी रविवार सोमवार के दिन आती हैं तो यह खुशियों का आगमन माना जाता है।

हाथी पर सवार होकर आने से मिलते हैं ये शुभ संकेत

देवी भागवत पुराण के अनुसार, हाथी पर माता रानी का सवार होकर आना सुख-शांति और संपन्नता का कारक माना जाता है। यह अच्छी फसल, बारिश और धन-धान्य का संकेत माना जाता है। साथ ही माता रानी अपने भक्तों के लिए आर्थिक तरक्की और खुशहाली का आशीर्वाद लेकर आती हैं।

Advertisement

इसे जरूर पढ़ें - Aaj Ka Rashifal 14 September 2025: इन 5 राशियों के बन रहे हैं यात्रा के योग, कार्यक्षेत्र में मिलेगी बड़ी सफलता; देखें आज का राशिफल

हिंदू धर्म में हाथी का महत्व

हिंदू धर्म में हाथी शक्ति, शुभता और समृद्धि का कारक माना जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा का सूचक माना जाता है। इसलिए जब भी मां दुर्गा नवरात्रि में हाथी पर सवार होकर आती हैं, वह अपने साथ भक्तों की खुशियां लेकर आती हैं और सभी दुखों को हर लेती हैं।

Published By : Aarya Pandey

पब्लिश्ड 14 September 2025 at 08:49 IST