अपडेटेड 28 June 2025 at 14:44 IST
2025 में शनि की साढ़ेसाती और शनि की महादशा कई व्यक्तियों के जीवन में कठिनाइयां और रुकावटें ला सकती हैं। शनि, जिसे कर्मफल दाता और न्याय का देवता कहा जाता है, अपने प्रभाव से व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है। यदि व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती (Sade Sati) या ढैय्या चल रही हो, तो उसके जीवन में धन, व्यापार, और रिश्तों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
2025 में शनि का राशि परिवर्तन होने से कई लोग इसके अशुभ प्रभाव से प्रभावित हो सकते हैं, खासकर वे लोग जिनके कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या महादशा चल रही है। शनि के प्रभाव से व्यापारिक नुकसान, नौकरी में अस्थिरता, धन हानि और जीवन में रुकावटें आ सकती हैं। ऐसे में शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष उपाय करने चाहिए।
शनिवार को शनि मंदिर जाकर शनि देव की प्रतिमा पर सरसों का तेल चढ़ाएं और “ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें। इसके बाद काले तिल, उड़द की दाल, काले कपड़े, या जूते-चप्पल का दान करें। माना जाता है कि इससे शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के आर्थिक संकटों में राहत मिलती है।
शनिवार को शाम को पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं और सात परिक्रमा करें। शनि दोष शांत करने के लिए यह उपाय अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
हनुमान जी को शनिदेव का परम मित्र माना जाता है। शनिवार को हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। इससे शनि देव की वक्र दृष्टि से बचाव होता है और मानसिक शांति मिलती है।
शनिवार को शनि चालीसा पढ़ें और ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें। यह उपाय शनि देव की कृपा पाने का सरल और प्रभावी तरीका है।
शनिदेव को न्यायप्रिय माना जाता है और वे गरीबों के संरक्षक हैं। शनिवार को भूखों को भोजन कराना और दिव्यांगों की मदद करना शनि दोष को कम करता है। शनिवार को किए गए इन विशेष उपायों से शनि की अशुभ दृष्टि शांत होती है और जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता आती है। यदि आप आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं या जीवन में लगातार रुकावटें महसूस कर रहे हैं, तो ये उपाय शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए मददगार हो सकते हैं।
पब्लिश्ड 28 June 2025 at 14:44 IST