अपडेटेड 18 July 2024 at 10:25 IST
Sawan Vrat Niyam: करने जा रहे हैं सावन का व्रत तो नोट कर लें ये नियम, एक भी गलती पड़ सकती है भारी
Sawan Vrat ke Niyam: अगर आप सावन के महीने में सोमवार का व्रत करने जा रहे हैं तो आपको इन नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए।
- धर्म और अध्यात्म
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Sawan Vrat Niyam: हिंदू धर्म में भगवान शिव (Lord Shiv) का स्थान बेहद खास है। कहते हैं शिवजी (Shivji) अपने भक्तों के थोड़े से प्रयासों से ही प्रसन्न हो जाते हैं। यही वजह है कि उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। महाशिवरात्रि के बाद शिव भक्त सावन के महीने का इंतजार बेसब्री से करते हैं। ये महीना भगवान शिव को समर्पित है।
माना जाता है कि सावन (Sawan) में हर सोमवार (Monday) का व्रत करने से भगवान शिव भक्त की सभी मनोकामना पूरी कर उन्हें सभी दुख-परेशानी से उबारते हैं। वहीं, कुछ ही दिनों में श्रावण मास की शुरुआत होने वाली है। जी हां, सावन महीने की शुरुआत सोमवार, 22 जुलाई से होने जा रही है जिसका समापन सोमवार, 19 अगस्त को होगा। इस दौरान भक्त शिवजी के नाम का व्रत कर उनकी भक्ति में लीन रहते हैं।
शिव जी को प्रसन्न करना जितना आसान है उतना ही मुश्किल सावन में सोमवार के व्रत को पूरा कर पाना है। दरअसल, सावन में रखे जाने वाले व्रत के लिए कई नियम हैं। अगर आप इन नियमों की अनदेखी करते हैं तो इससे आपका व्रत टूट सकता है या आपको व्रत का पूरा लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए अगर आप सावन में शिव जी के लिए व्रत करने जा रहे हैं तो आपको इसके नियमों के बारे में जान लेना चाहिए।
सावन में सोमवार का व्रत करने के नियम (Sawan mein somwar ka vrat karne ke niyam)
- सावन के महीने में व्रत रखने वालों को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए।
- व्रतधारी को सावन में पानी में काले तिल डालकर स्नान करना चाहिए और स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए।
- इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचें। ये अशुभ होता है।
- सावन के हर सोमवार को मंदिर जाकर भगवान शिव का जल, गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, सरसों का तेल, काले तिल आदि से अभिषेक करें। ये काफी शुभ माना जाता है।
- शिवजी के अभिषेक के दौरान शिव मंत्रों का जाप जरूर करें।
- सावन का व्रत फलाहार रखना अच्छा माना जाता है। इस दिन नमक या अनाज का सेवन भूलकर भी न करें।
- सोमवार व्रत के दौरान गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, कपड़ा आदि का दान जरूर करें इससे भोलेनाथ अति प्रसन्न हो जाएंगे।
- व्रत के दौरान शिव का नाम जपें। पूरा दिन मन को शांत रखें और क्रोध से बचें।
- पूरे विधि-विधान से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें।
- सावन के महीने में शिव पूजा के लिए निशिता काल मुहूर्त अधिक शुभ माना गया है। इसलिए इस मुहूर्त में शिव पूजन जरूर करें।
- सावन के सोमवार का व्रत खोलते के लिए तामसिक भोजन, लहसुन-प्याज और मसालेदार भोजन का सेवन भूलकर भी न करें।
- शिवजी को पंचामृत का भोग अवश्य लगाएं। फिर इसे प्रसाद के रूप में बाटें।
- सावन के सोमवार का व्रत पूरा करने के बाद इसे अगले दिन शिव पूजन के बाद ही खोलें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 18 July 2024 at 10:20 IST