अपडेटेड 22 January 2024 at 14:14 IST
अयोध्या से सामने आई राम की पहली झलक, राम लला की मूर्ति का रंग काला क्यों? जानें इसके पीछे का रहस्य
Ram Mandir Murti: जैसे ही अयोध्या से कौशल्या के राम की पहली झलक सामने आई राम भक्तों की मानो जीवन धन्य हो गया। इस बीच राम मंदिर की मूर्ति की चर्चा हो रही है।
- धर्म और अध्यात्म
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Ram Mandir Murti: 500 सालों का इंतजार खत्म हुआ। सोमवार, 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हुई। दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर में कदम रखा और ऐसा लगा पूरा देश इस लम्हे का साक्षी बनने के लिए थम गया। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा पूरी हुई और श्री राम की पहली झलक सामने आई। राम चरित की मोहिनी सूरत सबके सामने है। परिसर राम ध्वनि से गुंजायमान था तो गर्भ गृह में देश के प्रधानमंत्री ने विधिवत पूजा के साथ रामलला का स्वागत किया।
जैसे ही अयोध्या से कौशल्या के राम की पहली झलक सामने आई राम भक्तों की मानो जीवन धन्य हो गया। इन सब के बीच राम मंदिर की मूर्ति की चर्चा हो रही है। लोग ये जानना चाहते हैं कि आखिर क्यों राम लला का रंग काला है। आइए इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
श्री राम की मूर्ति का रंग काला क्यों?
आपको बता दें कि महर्षि वाल्मीकि रामायण में भगवान राम श्यामल रूप का वर्णन किया गया है। इसलिए प्रभु श्री राम को श्याम रूप में पूजा जाता है। वहीं, एक और बड़ी वजह ये है कि श्री राम की मूर्ति का निर्माण श्याम शीला के पत्थरों से किया गया है।
रामचरित मानस के बालकांड में भगवान राम के बाल रूप की जैसे व्याख्या है पहली झलक में लला वैसे ही लगते हैं। अयोध्या के राम मंदिर में स्थापित कृष्णशिला से बनी श्रीरामलला की मूर्ति आभास महाग्रंथ में वर्णित शब्दों का कराती प्रतीत होती है।
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राम मंदिर में आए कौशल्या के राम
धर्म गुरुओं के अनुसार, जन्म भूमि में बाल स्वरूप की उपासना की जाती है। इसलिए भगवान राम की मूर्ति बाल स्वरूप में बनाई गई है।
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Published By : Ritesh Kumar
पब्लिश्ड 22 January 2024 at 14:14 IST
