अपडेटेड 17 August 2024 at 10:58 IST
Raksha Bandhan: रक्षाबंधन पर किस शुभ मुहूर्त में बांधनी चाहिए राखी? जानिए समय और इसे बांधने का तरीका
Raksha Bandhan 2024 Shubh Muhurat: रक्षाबंधन के दिन अगर आप भी अपने भाई को राखी बांधने जा रहे हैं तो आपको ये शुभ मुहूर्त नोट कर लेने चाहिए।
- धर्म और अध्यात्म
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Raksha Bandhan 2024: हिंदू धर्म में रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) के त्योहार का एक विशेष महत्व है। ये त्योहार मुख्य रूप से भाई-बहन का त्योहार है, जिसमें बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी लम्बी उम्र स्वस्थ जीवन की कामना करती है। राखी बंधाई के बदले में भाई भी बहन को ताउम्र उसकी रक्षा करने का वचन देते हैं।
वहीं, इस साल भाई-बहन के प्रेम को मजबूत बनाने वाला ये पावन त्योहार रक्षाबंधन सोमवार, 19 अगस्त के दिन मनाया जाएगा। ऐसे में अगर आप इस दिन अपने भाई को शुभ समय पर राखी बांधना चाहते हैं तो आपको कुछ मुहूर्त नोट कर लेने चाहिए। आइए जानते हैं इस बारे में।
रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त (Raksha Bandhan 2024 Shubh Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार, राखी बांधने के लिए सोमवार, 19 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 32 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 07 तक शुभ मुहूर्त रहेगा। इस समय आप अपने भाई को राखी बांध सकती हैं। हालांकि, इस दिन रक्षाबंधन पर भद्रा का साया सुबह 5 बजकर 53 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। इस दौरान राखी बांधना सही नहीं माना जाता है लिहाजा भद्रा हटने के बाद ही बहन को अपने भाई को रखी बांधनी चाहिए।
रक्षाबंधन पर भाई को राखी बांधने की सही विधि (Raksha Bandhan 2024 Rakhi Bandhne ki vidhi)
- रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने से पहले राखी की थाली तैयार करें।
- आप राखी की थाली के लिए पीतल, तांबे या चांदी की थाली का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अब थाली या प्लेट में चंदन या कुमकुम, अक्षत्, दही, गाय के घी वाला दीपक, रक्षासूत्र या राखी और मिठाई रखें।
- इसके बाद भाई को पूर्व दिशा की ओर मुंह कर के बैठा दें और उनके सिर पर रुमाल रखें। इसके बाद ही राखी बांधने की प्रक्रिया शुरू करें।
- राखी बांधते समय बहन को पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके खड़ी होना है।
- सबसे पहले भाई को चंदन या कुमकुम से तिलक लगाएं। फिर अक्षत् और दही का तिलक लगाएं।
- इसके बाद भाई के दाएं हाथ की कलाई पर राखी बांधें। राखी बांधते समय आप राखी मंत्र 'येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबलः', और 'तेन त्वामभिवध्नामि रक्षे माचल माचलः' का उच्चारण करें।
- अब घी का दीपक जलाकर भाई की आरती उतारें और मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराएं।
- इसके बाद भाई अपनी बहन को रक्षा का वचन देकर उसे अपनी तरफ से उपहार या दक्षिणा दे सकता है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 17 August 2024 at 10:58 IST