अपडेटेड 7 February 2024 at 15:26 IST

Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत आज, जानिए संध्या पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

Budh Pradosh Vrat: अगर आपने भी प्रदोष व्रत रखा है तो आपको इसके संध्या मुहूर्त पूजन का शुभ मुहू्र्त और पूजा विधि नोट कर लेनी चाहिए।

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Odisha Gears Up for Grand Inauguration of 123-Foot-Tall Shiva Statue This Mahashivratri
Odisha Gears Up for Grand Inauguration of 123-Foot-Tall Shiva Statue This Mahashivratri | Image: PTI/Representative

Pradosh Vrat: साल 2024 का दूसरा महीना फरवरी शुरू हो चुका है। इस महीने का पहला प्रदोष व्रत 7 फरवरी यानी आज है। पंचांग के अनुसार, हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है।

मान्यता है कि जो व्यक्ति पूरी आस्था और विधि-विधान से प्रदोष व्रत के साथ-साथ भगवान शिव की उपासना और पूजा करता है उसे प्रभु प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देते हैं। इस व्रत को करने से महादेव अपने भक्त के जीवन की समस्त समस्याओं का निवारण कर उसे हमेशा खुश रहने का आशीर्वाद देते हैं।

ये व्रत साधक के सुख और सौभाग्य में कई गुना बढ़ोतरी करता है। आइए जानते हैं प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

प्रदोष व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त

कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत आज यानी 7 फरवरी 2024 को दोपहर 02 बजकर 02 मिनट पर हो चुकी है। जिसका समापन अगले दिन यानी 8 फरवरी 2024 को सुबह 11 बजकर 17 मिनट पर होगा। ऐसे में पूजा का प्रदोष समय शाम 05 बजकर 52 मिनट से रात 08 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। यानी कि साधकों के पास पूजा करने के लिए पूरे 2 घण्टे 35 मिनट का समय है।

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प्रदोष व्रत की पूजा विधि

  • शाम के समय पूजा के शुभ मुहूर्त से पहले स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें।
  • फिर भगवान शिव और माता पार्वती समेत उनके पूरे परिवार और अन्य देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करें।
  • इसके बाद संध्या के समय घर के मंदिर में गोधूलि बेला में दीपक जलाएं।
  • अब शिव मंदिर या घर में भगवान शिव का अभिषेक करें और शिव परिवार की पूजा-अर्चना करें।
  • भगवान को साबूदाने की खीर का भोग लगाएं।
  • पूजा करने के बाद प्रदोष व्रत की कथा सुनें।
  • इसके बाद घी के दीपक से भगवान शिव की आरती करें।
  • आखिर में 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।
  • इसके बाद भगवान से क्षमा आदि मांगकर जो भी विनती आपको करनी है वह करें।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 7 February 2024 at 15:05 IST