अपडेटेड 1 September 2025 at 12:58 IST
Parivartini Ekadashi 2025 Kab Hai: 02 या 03 सितंबर कब है परिवर्तिनी एकादशी? यहां दूर करें कंफ्यूजन, जानें पूजा मुहूर्त और महत्व
Parivartini Ekadashi 2025 Kab Hai: हिंदू धर्म में सभी एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। वहीं भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। अब ऐसे में इस साल व्रत कब रखा जाएगा और पूजा मुहूर्त क्या है? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
- धर्म और अध्यात्म
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Parivartini Ekadashi 2025 Kab Hai: सनातन धर्म में एकादशी तिथि को सभी व्रतों में सौभाग्यशाली माना जाता है। वहीं हर महीने में दो एकादशी तिथि पड़ती है। पहला कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष है। हिंदू पंचांग के हिसाब से भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को परिवर्तिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन विधिवत रूप से भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को सभी कष्टों से छुटकारा मिल सकता है।
ऐसा कहा जाता है कि इस व्रत को रखने से व्यक्ति को सभी पापों से छुटकारा मिल सकता है।
अब ऐसे में इस साल परिवर्तिनी एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
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02 या 03 सितंबर कब है परिवर्तिनी एकादशी?
पंचांग के हिसाब से परिवर्तिनी एकादशी तिथि का आरंभ 02 सितंबर मंगलवार को रात 03 बजकर 53 मिनट पर होगा और इसका समापन 04 सितंबर को सुबह 04 बजकर 21 मिनट पर होगा। इसलिए उदया तिथि के हिसाब से परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 03 सितंबर को रखा जाएगा।
परिवर्तिनी एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
परिवर्तिनी एकादशी के दिन पूजा के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं।
ब्रह्म मुहूर्त-सुबह 04:30 बजे से सुबह 05:18 बजे तक
पूजा मुहूर्त- सुबह 06:00 बजे से सुबह 07:30 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त-दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:26 बजे से दोपहर 03:15 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त- शाम 06:23 बजे से शाम 06:47 बजे तक
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परिवर्तिनी एकादशी की पूजा का महत्व क्या है?
परिवर्तिनी एकादशी का व्रत रखने से पिछले सभी पापों से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही कुंडली में स्थित गुरु ग्रह की स्थिति मजबूत हो सकती है। इतना ही नहीं, इस दिन व्रत रखने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। साथ ही भाग्योदय हो सकता है।
Published By : Aarya Pandey
पब्लिश्ड 1 September 2025 at 12:58 IST