अपडेटेड May 5th 2025, 14:52 IST
Nirjala Ekadashi 2025 Date: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बेहद खास महत्व होता है। साल में 24 और महीने में 2 एकादशी तिथि पड़ती है। एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा किए जाने का विधान है। माना जाता है कि एकादशी तिथि पर पूजा और व्रत करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
ऐसे में सभी जानना चाहते हैं कि ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि किस दिन पड़ रही है। इस तिथि को निर्जला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन व्रती निर्जला व्रत करते हैं। आइए जानते हैं कि 6 या 7 जून में से किस दिन निर्जला एकादशी मनाई जाने वाली है।
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 06 जून को देर रात 02 बजकर 15 मिनट पर होगी, जिसका समापन अगले दिन यानी 07 जून को सुबह 04 बजकर 47 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार 6 जून को निर्जला एकादशी मनाई जाएगी।
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04 बजकर 02 मिनट से 04 बजकर 42 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 39 मिनट से 03 बजकर 35 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07 बजकर 16 मिनट से 07 बजकर 36 मिनट तक।
निशिता मुहूर्त: रात 12 बजे से 07 जून को रात 12 बजकर 40 मिनट तक।
एकादशी की पूजा की तैयारी एक दिन पहले शुरू हो जाती है।
व्रत से एक दिन पहले पूजा के स्थान को गंगाजल छिड़ककर उसे शुद्ध किया जाता है।
इसके बाद उस जगह पर सप्त अनाज रखा जाता है। अब किसी भी एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें।
अब पूजा स्थल पर सप्त अनाज के ऊपर तांबे या मिट्टी का कलश स्थापित करें।
इसके बाद भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर लगाएं।
अब भगवान विष्णु को धूप, दीप, चंदन, फल-फूल और तुलसी आदि अर्पित करें।
पूजा के बाद निर्जला एकादशी की कथा का पाठ करें और भगवान विष्णु को किसी मिष्ठान का भोग लगाएं।
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पब्लिश्ड May 5th 2025, 14:52 IST