Published 19:06 IST, May 16th 2024
एकादशी व्रत का बेहद खास महत्व माना जाता है। इस एक व्रत को करने से जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। ऐसे मे आइए जानते हैं मोहनी एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा।
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Kab Rakha Jayega Mohini Ekadashi Vrat: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बहुत ही अधिक महत्व माना जाता है। यह दिन जगत के पालन हार श्रीहरि विष्णु (Vishnu) को समर्पित होता है और इस दिन इनकी पूजा के साथ व्रत करने का भी विधान है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस एक व्रत को करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आने लगती है। यह व्रत हर महीने के दोनों पक्षों की एकादशी (Ekadashi) तिथि को रखा जाता है।
वैसे तो साल में 24 एकादशियां होती है, जिनका अपना-अपना अलग महत्व होता है। इन्हीं में से एक मोहनी एकादशी (Mohani Ekadashi 2024) भी है, जिसे बाकी एकादशियों में से सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। दरअसल इस दिन भगवान विष्णु ने अप्सरा के रूप धरा था ऐसे में इस एकादशी का बेहद ही खास महत्व माना जाता है और इस दिन व्रत रखना बहुत ही फलदायी होता है। तो चलिए जानते हैं कि इस बार इसका व्रत कब रखा जाएगा।
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कब रखा जाता है मोहनी एकादशी का व्रत?
हर साल वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि को मोहनी एकादशी (Mohani Ekadashi Date) के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से साधक को समृद्धि की प्राप्ति होती है और घर में धन की देवी का वास बना रहता है। हालांकि इस बार यह तिथि दो दिन पड़ रही है ऐसे में लोगों में कंफ्यूजन की आखिर व्रत किस दिन रखें। तो चलिए इसकी सही डेट के बारे में जानते हैं।
कब रखा जाएगा मोहनी एकादशी व्रत 2024? (Kab Rakha Jayega Mohani Ekadashi Vrat)
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी (Ekadashi) तिथि पर रखा जाने वाला मोहनी एकादशी का व्रत इस बार दो दिन का पड़ रहा है। पंचांग के मुताबिक मोहनी एकादशी तिथि की शुरुआत 18 मई 2024 दिन शनिवार की सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर होगी, जिसका समापन अगले दिन यानी 19 मई 2024 दिन रविवार की दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के मुताबिक यह व्रत 19 मई 2024 दिन रविवार को रखा जाएगा।
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मोहनी एकादशी व्रत (Mohani Ekadashi Vrat) का महत्व?
पौराणिक कथाओं के मुताबिक मोहनी एकादशी (Mohani Ekadashi Mahatav) के दिन भगवान विष्णु अप्सरा के रूप में प्रकट हुए थे। इसलिए इस एकादशी को अन्य एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। वहीं कहते हैं कि इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करनी चाहिए। इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व माना गया है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
15:55 IST, May 16th 2024