अपडेटेड 13 August 2025 at 09:00 IST
Janmashtami Laddu Gopal Puja Vidhi 2025: जन्माष्टमी के दिन इस विधि से करें लड्डू गोपाल की पूजा, जानें सामग्री-नियम और महत्व
जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा हर घर में विधिवत रूप से की जाती है। ऐसी मान्यता है कि लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना करने से भक्तों की सभी समस्याएं दूर हो सकती है। आइए इस लेख में लड्डू गोपाल की पूजा-सामग्री, विधि और नियम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
- धर्म और अध्यात्म
- 3 min read

हिंदू धर्म में जन्माष्टमी का त्योहार बेहद खास माना जाता है। इस दिन को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। पंचांग के हिसाब से यह त्योहार हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष ती अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। वहीं इस साल 16 अगस्त 2025 को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि लड्डू गोपाल की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है। इस दिन सभी भक्त लड्डू गोपाल का जलाभिषेक करते हैं और उनके लिए 56 भोग बनाते हैं। अब ऐसे में जो भक्त जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा कर रहे हैं तो किस विधि से करना है और पूजा सामग्री क्या है? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा में क्या-क्या सामग्री लगती है? (Laddu Gopal Puja Samagri)
जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा सामग्री विस्तार से जान लें।
धूप बत्ती
अगरबत्ती
कपूर
केसर
पीला चंदन
यज्ञोपवीत
कुमकुम
अक्षत
अबीर,हल्दी
पान के पत्ते
कमलगट्टे,तुलसी माला
पंच मेवा
गंगाजल
शहद
तुलसी दल
शुद्ध घी
नारियल
चावल
जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल जी की पूजा कैसे की जाती है? (Laddu Gopal Puja Vidhi)
सबसे पहले शुभ मुहूर्त देखते हुए लड्डू गोपाल को स्नान कराएं।
स्नान कराने के बाद लड्डू गोपाल को सुंदर वस्त्र पहनाएं।
उसके बाद एक चौकी पर लड्डू गोपाल को स्थापित करें। पूजा की थाली में सभी सामग्री स्थापित करें।
लड्डू गोपाल को माथे पर चंदन लगाएं और उनका श्रृंगार करें।
लड्डू गोपाल को 56 प्रकार का भोग लगाएं। इसके अलावा आप उन्हें 15 तरह का भोग भी लगा सकते हैं।
रात्रि में शुभ मुहूर्त देखते हुए लड्डू गोपाल की पूजा करें और उनकी आरती करें।
इस दिन भजन-कीर्तन जरूर करें।
Advertisement
जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा में किन नियमों का पालन करें?
जन्माष्टमी के दिन भूलकर भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए। आप एक दिन पहले ही तोड़कर पवित्र स्थान पर रख लें और लड्डू गोपाल की पूजा में अर्पित करें।
जन्माष्टमी के दिन मांस-मदिरा का भूलकर भी सेवन न करें। इस दिन प्याज और लहसुन भी न खाएं।
इस दिन कलह-क्लेश करने से बचें।
जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा करने का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी दंपत्ति को संतान सुख का आशीर्वाद चाहिए तो जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा जरूर करनी चाहिए। इसके अलावा इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो सकती है और मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
Advertisement
Published By : Aarya Pandey
पब्लिश्ड 13 August 2025 at 09:00 IST