Published 13:51 IST, September 28th 2024
Indira Ekadashi Upay: पितृ पक्ष की आखिरी एकादशी की शाम बस कर लें ये काम, पूरी हो सकती है हर इच्छा
Ekadashi Upay: पितृ पक्ष की आखिरी एकादशी बेहद खास है। ऐसे में इस दिन किया गया एक उपाय आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी कर सकता है।
Pitru paksha ekadashi upay: भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी का व्रत बहुत ही खास माना जाता है। वहीं जब बात पितृ पक्ष में पड़ने वाली इंदिरा एकादशी की हो, तो इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है। इस दिन जगत के पालन हार श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना करने के साथ-साथ उपाय करना भी बहुत ही फलदायी हो सकता है। तो चलिए जानते हैं इंदिरा एकादशी पर कौन सा उपाय करना चाहिए।
हर साल आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर रखा जाने वाला इंदिरा एकादशी का व्रत आज यानी 28 सितंबर दिन शनिवार को रखा जा रहा है। यह बहुत ही खास माना जाता है, क्योंकि इस व्रत को करने से न सिर्फ भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है, बल्कि पितरों की आत्मा को शांति और उनका साथ भी जातक को मिलता है। ऐसे में अगर इस दिन शाम के समय बस एक उपाय करते हैं, तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। आइए उस उपाय के बारे में जानते हैं।
इंदिरा एकादशी की शाम कौन सा उपाय करें?
धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक इंदिरा एकादशी की शाम चौमुखी दीपक जलाना बहुत ही शुभ माना गया है। मान्यता है कि यह दीपक चारों दिशाओं का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में जब आप इस दिन चौमुखी दीपक जलाते हैं, तो इसका प्रकाश चारों दिशाओं में फैलता है, जो चारों वेदों का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में इस उपाय को करने से श्रीहरि की कृपा प्राप्त होती है और इसके कई लाभ भी होते हैं।
इंदिरा एकादशी पर चौमुखी दीपक जलाने से क्या होता है?
मनोकामना होती है पूरी
मान्यता है कि इंदिरा एकादशी की शाम पूजा के समय चौमुखी दीपक जलाने से भगवान विष्णु के साथ-साथ पितर भी खुश होते हैं और इनके आशीर्वाद से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सुख-समृद्धि आती है
शास्त्रों के मुताबिक चौमुखी दीपक को चारों वेदों का प्रतीक माना गया है। साथ ही इससे चारों दिशाओं में प्रकाश भी फैलता है। ऐसे में इंदिरा एकादशी पर इस दीपक को जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
सौभाग्य में होती है वृद्धि
चौमुखी दीपक जलाने से परिवार में खुशहाली आती है और जातक के सौभाग्य में वृद्धि होती है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Updated 13:51 IST, September 28th 2024