अपडेटेड 17 October 2025 at 22:54 IST

Diwali Vastu Murti 2025: दिवाली के दिन पूजा करते समय किस दिशा में रखनी चाहिए लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, जान लें सही तरीका तभी होगी धनवर्षा

Diwali 2025: दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। पूजा का शुभ फल पाने के लिए मूर्तियों को सही दिशा में स्थापित करना बहुत जरूरी है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

Diwali 2025
Diwali 2025 | Image: Meta AI

Diwali Vastu Murti 2025:  दिवाली दीपों का महापर्व मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित होता है, जो सुख-समृद्धि और ज्ञान के प्रतीक हैं। दिवाली की पूजा में मुहूर्त, विधि और सामग्री के साथ-साथ, मूर्तियों की सही स्थापना का भी विशेष महत्व होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, गलत दिशा में रखी गई मूर्तियां पूजा का पूरा फल नहीं देतीं। इसलिए, दिवाली के दिन लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएँ किस दिशा में रखनी चाहिए, इसके सही नियम जानना अत्यंत आवश्यक है। आइए इस लेख में विस्तार से ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

पूजा की चौकी की दिशा क्या होनी चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिवाली पर पूजा स्थल या चौकी की स्थापना के लिए उत्तर-पूर्व दिशा सबसे शुभ मानी जाती है। यह दिशा देवताओं का स्थान मानी जाती है और सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र होती है। यदि ईशान कोण में जगह न हो, तो आप पूर्व या उत्तर दिशा का चुनाव भी कर सकते हैं। यह ध्यान रखें कि पूजा करते समय आपका मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। भूलकर भी मूर्ति या चौकी को दक्षिण दिशा में स्थापित न करें, क्योंकि यह दिशा शुभ नहीं मानी जाती है।

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लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की सही स्थापना का रखें ध्यान

पूजा की चौकी पर लक्ष्मी और गणेश जी की प्रतिमाओं को स्थापित करने का भी एक निश्चित नियम है।
चौकी पर सबसे पहले भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें। उन्हें हमेशा माँ लक्ष्मी के दाईं ओर यानी, जब आप मूर्ति के सामने खड़े हों, तो आपके बाईं ओर रखा जाता है। गणेश जी को यह स्थान इसलिए दिया जाता है क्योंकि वे रिद्धि-सिद्धि के दाता और सभी बाधाओं को दूर करने वाले माने जाते हैं। 
मां लक्ष्मी की मूर्ति को गणेश जी के बाईं ओर स्थापित करें। यह व्यवस्था इसलिए है ताकि मां लक्ष्मी और भगवान गणेश दोनों का आशीर्वाद एक साथ प्राप्त हो सके।
यदि आप मां सरस्वती की प्रतिमा भी स्थापित कर रहे हैं, तो उन्हें माँ लक्ष्मी के बाईं ओर स्थापित करें।

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Published By : Aarya Pandey

पब्लिश्ड 17 October 2025 at 22:53 IST