अपडेटेड 6 August 2024 at 22:30 IST
Hariyali Teej: कल रखा जाएगा हरियाली तीज का व्रत, महिलाएं पूजा थाली में जरूर शामिल करें ये चीजें
हरियाली तीज का पर्व महिलाएं बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ धूमधाम से मनाती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस दिन की पूजा थाली में किन चीजों को शामिल करना चाहिए।
- धर्म और अध्यात्म
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Hariyali Teej Puja Samagri: सालभर में एक बार आने वाला हरियाली तीज का त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पर्व अखंड सौभाग्य और मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शंकर की विधिवत पूजा अर्चना के साथ ही व्रत रखने का विधान है। मान्यता है कि ऐसा करने पर सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है और कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। अगर आप भी मां पार्वती की आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो इस दिन पूजा की थाली में कुछ चीजों को जरूर शामिल करें।
पंचांग के मुताबिक इस साल सावन (Sawan) के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत 6 अगस्त 2024 दिन मंगलवार की शाम 7 बजकर 52 मिनट पर होगी, जो अगले दिन यानी 7 अगस्त 2024 दिन बुधवार की रात 10 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगा। उदया तिथि के मुताबिक इस साल हरियाली तीज (Hariyali Teej) का व्रत 7 अगस्त को रखा जाएगा। ऐसे में इस दिन पूजा की थाली में कुछ चीजों को जरूर शामिल करें।
हरियाली तीज पूजा थाली में शामिल करें ये चीजें (Hariyali Teej Puja Samagri)
- हरियाली तीज महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है क्योंकि इस दिन वे अखंड सौभाग्यवती होने की मां पार्वती से कामना करती हैं। ऐसे में पूजा में किसी भी तरह की भूल न करें।
- जब आप पूजा की थाली तैयार करें, तो उसमें चौकी, पीला वस्त्र, केला के पत्ते, कच्चा सूत, नए वस्त्र, बेलपत्र, धतूरा, भांग, शमी पत्र, जनेऊ, सुपारी, कलश, अक्षत्, दूर्वा, तेल, घी, कपूर, अबीर, गुलाल श्रीफल, चंदन, गाय का दूध, गंगाजल, दही, चीनी, शहद, पंचामृत, देवी पार्वती को अर्पण करने के लिए एक हरी साड़ी और सोलह श्रृंगार, सुहाग के सामान में सिंदूर, बिंदी, चूडियां, महौर, खोल, कुमकुम, कंघी, बिछुआ, मेहंदी, इत्र आदि जरूर होना चाहिए।
हरियाली तीज व्रत पूजा विधि? (Hariyali Teej Puja Vidhi)
- हरियाली तीज के दिन व्रती महिलाएं और लड़कियां सुबह जल्दी उठ जाएं और नहा धोकर साफ कपड़े पहनें।
- इसके बाद एक चौकी पर पीला कपड़ा बिछाकर मां पार्वती और भगवान शंकर की प्रतिमा स्थापित करें।
- फिर पार्वती और शंकर जी की विधि-विधान से पूजा अर्चना करें।
- पूजा में मां पार्वती को 16 श्रृंगार का अर्पित करना न भूलें।
- पूजा के आखिरी में हरियाली तीज व्रत की कथा सुनें और फिर भगवान शिव और माता पार्वती की आरती उतारे।
- अब उन्हें भोग लगाएं और प्रसाद सभी में बांट दें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 6 August 2024 at 21:10 IST