अपडेटेड 8 April 2025 at 20:25 IST

Hanuman Jayanti 2025: साल में 2 बार क्यों मनाई जाती है हनुमान जयंती? जानें कारण

Hanuman Jayanti 2025: आखिर क्यों साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है। इसके पीछे पौराणिक कथा है। जानते हैं इस कथा के बारे में...

Hanuman Ji Ke Upay
Hanuman Jayanti 2025: साल में 2 बार क्यों मनाई जाती है हनुमान जयंती? जानें कारण | Image: PNG bing/freepik

Hanuman Jayanti 2025: बता दें, हर साल दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है। इस बार हनुमान जयंती 12 अप्रैल दिन शनिवार को मनाई जा रही है। भक्तजन अक्सर यह सोचते हैं कि साल में दो बार हनुमान जयंती क्यों मनाते हैं। अगर आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा है तो आज का हमारा लेख आपके लिए है।

आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि साल में दो बार हनुमान जयंती क्यों मनाई जाती हैं और इसके पीछे क्या कारण छिपा है। पढ़ते हैं आगे... 

साल में दो बार क्यों मनाते हैं हनुमान जयंती? 

बता दें कि हनुमान जी का जन्म चैत्र महीने की पूर्णिमा के दिन हुआ था। यही कारण है कि इस दिन को हनुमान जयंती कहने लगे। वहीं कार्तिक महीने की चतुर्दशी तिथि के दिन भी हनुमान जयंती मनाई जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन माता सीता ने हनुमान जी को अमरता का वरदान दिया था। अगर आसान भाषा में कहे तो चैत्र महीने में केसरी नंदन का जन्म हुआ था वही कार्तिक के महीने में अमर होने का वरदान मिला। इसलिए दोनों ही दिन यह जन्म उत्सव मनाया जाता है। 

हनुमान जयंती का महत्व 

सनातन धर्म में हनुमान जयंती किसी पर्व से कम नहीं है। यह हनुमान जी को शक्ति, भक्ति और निष्ठा का प्रतीक कहते हैं। ऐसे में यदि इस दिन कोई भी भक्त पूरे विधि अनुसार बजरंगबली की पूजा करता है तो इससे सभी कष्ट दूर होते हैं। साथ ही यदि इस दिन राम जी का नाम जाप किया जाए तो उससे भी हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष है तो इस दिन संकट मोचन की पूजा करने से उस दोष से भी राहत मिल सकती है। बता दें कि भक्त यदि 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और हनुमान जी के मंत्रों का उच्चारण करते हैं तो इससे भी हनुमान जी की कृपा प्राप्त हो सकती है। 

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Garima Garg

पब्लिश्ड 8 April 2025 at 20:25 IST