अपडेटेड 12 April 2025 at 07:18 IST
Hanuman Jayanti 2025: हनुमान जयंती आज, जानिए पूजा के लिए कौन-सा मुहूर्त रहेगा सही और पूजन विधि
Hanuman Jayanti 2025 Puja Muhurat: आइए जानते हैं कि आप हनुमान जयंती पर किस समय हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं।
- धर्म और अध्यात्म
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Hanuman Jayanti 2025 Muhurat: आज यानी शनिवार, 12 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा के मौके पर हनुमान जयंती मनाई जा रही है। ये दिन भगवान श्री राम के परम भक्त हनुमान जी को समर्पित होता है। इस दिन हनुमान भक्त व्रत रखने के साथ-साथ हनुमान जी की विधि विधान से पूजा करते हैं।
कहते हैं कि अगर एक बार हनुमान जी की कृपा किसी व्यक्ति पर पड़ गई तो भगवान उसके जीवन के सभी संकटों से उसे उबार देते हैं। ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि भगवान हनुमान की कृपा और आशीर्वाद आप पर सदैव बना रहे तो आपको हनुमान जयंती के दिन संकटमोचन हनुमान जी की पूजा विशेष मुहूर्त में पूरे विधि-विधान से करनी चाहिए। आइए जानते हैं कि आप किस मुहूर्त में भगवान हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं।
हनुमान जयंती 2025 पूजा का मुहूर्त (Hanuman Jayanti 2025 Muhurat)
12 अप्रैल को हनुमान जयंती मनाई जा रही है। इस दिन पूजा का पहला शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 34 मिनट से सुबह 9 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। इसके बाद दूसरा शुभ मुहूर्त शाम को 6 बजकर 46 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 8 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इन दोनों अवधियों में आप भगवान हनुमान जी की पूजा करने के साथ-साथ अन्य किसी शुभ कार्य की शुरुआत भी कर सकते हैं।
हनुमान जयंती 2025 पूजा विधि (Hanuman Jayanti 2025 Puja Vidhi)
- हनुमान जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवा रंग के वस्त्र धारण करें।
- इसके बाद पूजा के मुहूर्त के अनुसार हनुमान जी की पूजा करें।
- पूजा के लिए आप एक लाल रंग का वस्त्र बिछाकर हनुमान जी की मूर्ति या फोटो को दक्षिण मुंह करके उस पर स्थापित करें।
- साथ ही आपको खुद भी लाल आसन पर पर बैठना है।
- अब घी या तेल का दीपक और चंदन की अगरबत्ती या धूप जलाएं।
- चमेली तेल में घोलकर नारंगी सिंदूर और चांदी का वर्क भगवान हनुमान जी को चढ़ाएं।
- इसके बाद लाल फूल बजरंगबली को अर्पित करें और लड्डू या बूंदी के प्रसाद का भोग लगाएं।
- आप चाहे तो हनुमान जी को केले का भोग भी लगा सकते हैं
- अब दीपक से 9 बार घुमाकर आरती करें और 'ऊं मंगलमूर्ति हनुमते नमः' मंत्र का जाप करें।
- आखिर में क्षमा प्रार्थना कर हनुमान जी को अर्पित किया गया भोग भक्तों में प्रसाद के रूप में अर्पित करें।
हनुमान जी के मंत्र (Hanumanji ke Mantra)
ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्रीरामदूताय नमः।
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ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमाय
प्रकटपराक्रमाय महाबलाय सूर्यकोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय रामसेवकाय रामभक्तितत्पराय
रामहृदयाय लक्ष्मणशक्तिभेदनिवारणाय लक्ष्मणरक्षकाय
दुष्टनिबर्हणाय रामदूताय स्वाहा।
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ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहरणाय
सर्वरोगहराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 12 April 2025 at 07:18 IST