अपडेटेड 12 April 2025 at 21:30 IST
Hanuman Chalisa: हनुमान चालीसा पढ़ते वक्त न करें ये काम, वरना बजरंगबली हो जाएंगे क्रोधित
Hanuman Chalisa Reading Niyam: हनुमान चालीसा पढ़ते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए? जानते हैं इस लेख के माध्यम से...
- धर्म और अध्यात्म
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Hanuman Chalisa Reading Niyam: बता दें आज चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि है। ऐसे में उत्तर भारत में इस दिन हनुमान जयंती का त्यौहार मनाया जाता है। इसे हनुमान जन्मोत्सव के नाम से भी जानते हैंष इस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था। ऐसे में लोग हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए कई नियमों को अपनाते हैं। लेकिन बता दें कि हनुमान जी को कल्युग के देवता कहते हैं। ऐसे में मंगलवार और शनिवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। लोग इस दिन हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा पढ़ते हैं। लेकिन लोगों को पता ही नहीं है कि हनुमान चालीसा पढ़ने का सही समय क्या है।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि हनुमान चालीसा कब पढ़नी चाहिए और हनुमान चालीसा पढ़ते वक्त किन गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए। पढ़ते हैं आगे...
हनुमान चालीसा पढ़ते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
- हनुमान चालीसा पढ़ते वक्त व्यक्ति को कभी भी गलत शब्दों को नहीं बोलना चाहिए। बता दें कि गलत शब्दों को बोलने से हनुमान चालीसा का असर नकारात्मक पड़ सकता है। हनुमान चालीसा को अच्छी तरह से याद कर लेना चाहिए।
- हनुमान चालीसा व्यक्ति को कम से कम दिन में तीन बार पढ़नी चाहिए। सुबह नहाकर, फिर दोपहर के वक्त, फिर शाम के वक्त।
- हालांकि हनुमान चालीसा को पढ़ते वक्त व्यक्ति को कभी भी बीच में नहीं बोलना चाहिए। कुछ लोग रुक रुक कर हनुमान चालीसा पढ़ते हैं। कहते हैं कि इससे पूरा असर नहीं मिल पाता है।
- महिलाओं को हनुमान जी की मूर्ति नहीं छूनी चाहिए क्योंकि हनुमान जी ब्रह्मचारी थे। ऐसे में महिला हनुमान जी को वस्त्र चढ़ा सकती हैं परंतु वह हनुमान जी को स्पर्श नहीं कर सकती।
- हनुमान चालीसा को पढ़ते वक्त व्यक्ति का मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। साथ ही हनुमान चालीसा को पढ़ने से पहले व्यक्ति को हनुमान जी के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए।
नोट - व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में हनुमान चालीसा का पाठ कर सकता है। ऐसे में आप सुबह 4:24 से 5:12 के बीच में हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। हनुमान चालीसा को कभी भी राहुकाल के दौरान नहीं पढ़ना चाहिए। इसके अलावा प्रदोष काल के समय यानी सूर्यास्त के लगभग 48 मिनट में आप हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। यह बेहद ही अच्छा समय माना जाता है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 12 April 2025 at 21:30 IST