अपडेटेड 24 February 2024 at 11:32 IST
Guru Ravidas Jayanti 2024: मन चंगा तो कठौती में गंगा… बड़े काम के हैं संत रविवास के ये अनमोल विचार
Guru Ravidas Jayanti 2024: संत रविदास धार्मिक स्वभाव के थे और उनके द्वारा दी गई सीख आज भी बड़े काम की हैं।
- धर्म और अध्यात्म
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Guru Ravidas Jayanti 2024 Quotes: आज यानि 24 फरवरी को रविदास जयंती मनाई जा रही है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर साल माघ पूर्णिमा के दिन रविदास जयंती मनाई जाती है। उनकी जयंती वाले दिन जगह-जगह पर शोभा यात्राएं निकाली जाती हैं। साथ ही, भजन कीर्तन कर उन्हें याद भी किया जाता है। संत रविदास धार्मिक स्वभाव के थे और उनके द्वारा दी गई सीख आज भी बड़े काम की हैं।
संत रविदास का जन्म वाराणसी के पास एक गांव में हुआ था। वह भक्तिकालीन संत के साथ साथ एक महान समाज सुधारक भी थे। उन्हें कई नाम से जाना जाता है जिनमें रैदास, गुरु रविदास और रोहिदास जैसे नाम शामिल हैं। उन्होंने लोगों को भक्तिमय जीवन बिताने की सीख दी और साथ ही बिना भेदभाव किए रहना सिखाया। आज चूंकि उनकी जयंती है, तो ऐसे में आइए उनके अनमोल विचार पर एक नजर डाल लेते हैं जो आपकी जिंदगी बदल सकते हैं।
संत रविदास के अनमोल विचार आपने पढ़ें क्या?
संत रविदास कहते हैं- ‘कर्म करना हमारा धर्म है, फल पाना हमारा सौभाग्य’। उन्होंने लोगों को कर्म करने की सीख दी, बिना ये सोचे कि उसका फल कैसा होगा। उनका मानना था कि हमें मिलने वाला फल हमारा सौभाग्य होता है।
दूसरा संत रविदास ये सिखाते हैं कि हमें अपने मन में किसी के लिए किसी भी तरह का बैर नहीं रखना चाहिए। साथ ही, वह लालच या द्वेष से भी दूर रहने की सलाह देते हैं। उनके मुताबिक, ‘भगवान उस हृदय में निवास करते हैं जिनके मन में किसी के प्रति बैर भाव, कोई लालच या द्वेष नहीं है’।
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उनका कहना था कि भगवान के बिना इंसान का कोई अस्तित्व नहीं होता। संत रविदास कहते थे- ‘तेज हवा के कारण सागर की लहरें उठती हैं और सागर में ही समा जाती हैं, उनका अलग कोई अस्तित्व नहीं होता, ऐसे ही परमात्मा के बिना मानव का कोई अस्तित्व नहीं होता’।
संत रविदास ने हमेशा लोगों की जाति से ज्यादा उनके गुणों को अहमियत दी है। उन्होंने कहा था कि हमेशा किसी की पूजा इसलिए नहीं करनी चाहिए कि वह ऊंचे पद पर है, बल्कि ऐसे इंसान को पूजना चाहिए जो गुणी हो। उनके मुताबिक, ‘ब्राह्मण मत पूजिए जो होवे गुणहीन। पूजिए चरण चंडाल के जो होवे गुण प्रवीन’।
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संत रविदास हमेशा कहते थे कि हमें हर काम साफ दिल के साथ करना चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों द्वारा किया गया काम गंगा की तरह पवित्र होता है। उन्होंने कहा- ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’।
Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 24 February 2024 at 11:24 IST