अपडेटेड 27 December 2025 at 23:08 IST
Guru Gochar 2026: गुरु बृहस्पति बनाएंगे विपरीत योग, जानें नए साल के साथ किन राशियों की होगी अच्छे दिनों की शुरुआत; दूर होगी पैसों की तंगी
व्यक्ति के जीवन पर ग्रहों का प्रभाव उसकी कुंडली और दशा पर भी निर्भर करता है। गुरु के इस खास योग का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार तीन राशियों के जातकों को इससे खास लाभ मिलने के संकेत हैं।
- धर्म और अध्यात्म
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Vipreet Rajyog 2026: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में गुरु बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा गया है। गुरु का राशि परिवर्तन लगभग एक साल में एक बार होता है और इसका असर सभी 12 राशियों के जीवन पर किसी न किसी रूप में जरूर देखने को मिलता है। साल 2026 की शुरुआत में गुरु बृहस्पति बुध की राशि मिथुन में विराजमान रहेंगे। बता दें कि गुरु मार्च 2026 तक वक्री अवस्था में रहेंगे और इसी दौरान मिथुन राशि में एक शक्तिशाली विपरीत राजयोग का निर्माण करेंगे।
गुरु के इस खास योग का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार तीन राशियों के जातकों को इससे खास लाभ मिलने के संकेत हैं। यह राशिफल चंद्र राशि के आधार पर बताया जा रहा है। तो चलिए जानते हैं विपरीत राजयोग क्या होता है और किन राशियों की किस्मत चमक सकती है।
विपरीत राजयोग कैसे बनता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब कुंडली के छठे, आठवें और बारहवें भाव यानी त्रिक भाव के स्वामी ग्रह इन्हीं भावों में से किसी एक में बैठ जाते हैं या आपस में स्थान परिवर्तन करते हैं, तब विपरीत राजयोग का निर्माण होता है। यह योग संघर्षों के बाद सफलता और अचानक लाभ दिलाने वाला माना जाता है।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि के जातकों के लिए गुरु बृहस्पति बारहवें भाव के स्वामी होकर छठे भाव में विराजमान रहेंगे। इस स्थिति से विपरीत राजयोग बन रहा है। इसके प्रभाव से लंबे समय से चल रही परेशानियां दूर हो सकती हैं। जीवन में आ रहे संकट खत्म होने के संकेत हैं। कोई पुराना उलझा हुआ मामला सुलझ सकता है और मानसिक तनाव में भी कमी आएगी।
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वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में गुरु दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी होकर आठवें भाव में स्थित होंगे। इस दौरान अचानक धन लाभ के योग बन रहे हैं। रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं और रिसर्च या गुप्त विषयों से जुड़े कार्यों में सफलता मिल सकती है। पैतृक संपत्ति से जुड़े विवाद सुलझ सकते हैं और मानसिक शांति का अनुभव होगा।
कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु का यह विपरीत राजयोग बेहद शुभ साबित हो सकता है। गुरु इस राशि की कुंडली में छठे और नौवें भाव के स्वामी होकर बारहवें भाव में विपरीत राजयोग बनाएंगे। किस्मत का पूरा साथ मिलेगा और लंबे समय से अटके काम पूरे हो सकते हैं। धन-धान्य में बढ़ोतरी के साथ विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में सफलता, शत्रुओं पर विजय और करियर में बड़ी उपलब्धि मिलने के संकेत हैं। पदोन्नति के साथ अच्छा धन लाभ भी हो सकता है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Samridhi Breja
पब्लिश्ड 27 December 2025 at 23:08 IST