अपडेटेड 30 March 2025 at 07:53 IST

Gudi Padwa 2025: गुड़ी पड़वा आज, जानिए शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

Gudi Padwa 2025: आज गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जा रहा है। आइए जानते हैं इसके महत्व और पूजा विधि के बारे में।

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Representative image of Gudi Padwa celebrations
गुड़ी पड़वा 2025 | Image: Freepik

Gudi Padwa 2025 Muhurat: हिंदू पंचांग में हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। महाराष्ट्र में हिंदू नववर्ष को गुड़ी पड़वा के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल गुड़ी पड़वा आज यानी रविवार, 30 मार्च को मनाया जा रहा है। महाराष्ट्र में इस खास अवसर पर मराठी समुदाय के लोग नए कपड़े पहनकर अपने घरों के बाहर समृद्धि के प्रतीक गुड़ी को लगाते हैं और पूजा करने के बाद लोगों के साथ मिलकर इस त्योहार को मनाते हैं।

ऐसे में आपको इस दिन के महत्व और गुड़ी पड़वा की पूजा विधि के बारे में जानकारी जरूर होनी चाहिए। तो चलिए हम यहां जानते हैं इस अनोखे त्योहार के महत्व, पूजा के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

गुड़ी पड़वा 2025 शुभ मुहूर्त (Gudi Padwa 2025 Shubh Muhurat)

गुड़ी पड़वा की पूजा का शुभ मुहूर्त रविवार, 30 मार्च को सुबह 6 बजकर 13 मिनट से सुबह 10 बजकर 22 मिनट तक है। इसके अलावा, गुड़ी पड़वा की पूजा दोपहर के 12 बजे से 12 बजकर 50 मिनट तक भी की जा सकती है। इस दौरान गुड़ी पड़वा की पूजा करने के साथ ही, घर की छत या बालकनी में गुड़ी बांधना बहुत उत्तम माना जाता है।

गुड़ी पड़वा 2025 की पूजा विधि (Gudi Padwa 2025 Puja Vidhi)

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और नए कपड़े पहनें।
  • घर को साफ कर उन्हें रंगोली और फूलों से सजाएं।
  • घर के आगे या छत पर एक झंडा यानी गुड़ी लगाएं। गुड़ी को घर के मुख्य द्वार पर भी लगाया जा सकता है।
  • फिर गुड़ी की पूजा कर उन्हें भोग लगाया जाता है।
  • इस दिन लोग पारंपरिक भोजन भी बनाते हैं जिसमें श्रीखंड, पूरन पोली और साबुदाना वड़ा आदि जैसे व्यंजन शामिल हैं।
  • इस त्योहार को लोग बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं और एक दूसरे को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हैं।

गुड़ी पड़वा का महत्व (Gudi Padwa 2025 Significance)

गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र में मनाया जाने वाला एक विशेष त्योहार है। इसे मराठी नववर्ष के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन लोग अपने घरों को साफ कर रंगोली और फूलों से सजाते हैं। साथ ही नए कपड़े पहनते हैं और पारंपरिक भोजन बनाते हैं। गुड़ी पड़वा के दिन लोग गुड़ी नामक एक विशेष ध्वज भी फहराते हैं, जो विजय और समृद्धि का प्रतीक है।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 30 March 2025 at 07:53 IST