Published 15:59 IST, August 29th 2024
Ganesh Chaturthi 2024: कब और क्यों मनाते हैं गणेश चतुर्थी का त्योहार, क्या है इस पर्व का महत्व?
Ganesh Chaturthi: हर साल बड़ी ही धूमधाम से गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है, लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि इस पर्व को मनाने के पीछे की वजह क्या है?
Kyo Manaya Jata Hai Ganesh Chaturthi Ka Tyohar: आमतौर पर दक्षिणी भारत में मुख्य रूप से मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का त्योहार अब पूरे देशभर में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाने लगा है। इस पर्व का सभी लोग बड़ी ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। गली-मोहल्लों से लेकर मार्केट तक में इसकी धूम देखने को मिलने लगती है। हर तरफ बड़े-बड़े पंडाल सजाए जाते हैं और बप्पा को विराजमान किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का त्योहार क्यों मनाया जाता है? नहीं तो चलिए आज आपको इस पर्व को मनाने के पीछे की वजह के बारे में बताते हैं।
हर साल बड़ी ही बेसब्री से जिस गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2024) के पर्व का भक्तों को इंजतार रहता है उसे आने में अब बस कुछ ही दिन और बचे हैं। हर साल इस पर्व को भादो माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि (Ganesh Chaturthi 2024) के दिन बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। हालांकि बहुत ही कम लोग जानते हैं कि गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का पर्व मनाया क्यों जाता है। ऐसे में आइए आपको इसके बारे में बताते हैं।
कब है गणेश चतुर्थी? (Kab Hai Ganesh Chaturthi?)
हर साल भादो माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2024) का पर्व मनाया जाता है। इस साल इस तिथि की शुरुआत 6 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार की दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर होगा और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 7 सितंबर 2024 दिन शनिवार की शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के मुताबिक गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का पर्व और गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना 7 सितंबर दिन शनिवार को की जाएगी। अगर आप भी इस दिन अपने घर में बप्पा की स्थापना करते हैं, तो सबसे पहले यह जान लें कि यह पर्व क्यों मनाया जाता है?
क्यों मनाया जाता है गणेश चतुर्थी का पर्व? (Kyo Manaya Jata Hai Ganesh Chaturthi?)
पूरे देश में बहुत ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने वाले गणेशत्सव पर्व के पीछे एक मुख्य वजह छिपी हुई है। दरअसल, पौराणिक कथा के मुताबिक भादो माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था और इसलिए इस दिन को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के रूप में मनाया जाता है। भगवान गणेश के जन्मोत्सव के दिन लोग उन्हें अपने घरों में लेकर आते हैं और विधि-विधान से 10 दिनों तक उनका पूजन करते हैं। हालांकि, कई लोग 3,5,7,9 दिन भी रखते हैं।
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Updated 15:59 IST, August 29th 2024