अपडेटेड 6 January 2024 at 17:59 IST
Ekadashi 2024: कब रखा जाएगा साल की पहली एकादशी का व्रत? जानें तिथि और पूजा का शुभ मुहूर्त
सभी Ekadashi में सफला एकाशदी का बेहद खास महत्व माना जाता है, क्योंकि यह मनोकामनापूर्ति के लिए होता हैं। आइए जानते हैं Saphala Ekadashi कब है।
- धर्म और अध्यात्म
- 2 min read

Kab Hai Saphala Ekadashi: हिंदू धर्म में विष्णु भगवान को समर्पित एकादशी का व्रत बहुत ही खास माना जाता है। सभी एकादशियों का अपना अलग महत्व होता है। इसी में एक हर साल पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ने वाली सफला एकादशी भी है, जो बेहद महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि यह अपने नाम के मुताबिक साधक के सभी कार्यों को सफल करती है और उनकी मनोकामनाएं पूरी करती है। तो चलिए जानते हैं इस बार Saphala Ekadashi का व्रत कब रखा जाएगा।
स्टोरी में आगे ये पढ़ें...
- कब रखा जाएगा सफला एकादशी का व्रत?
- सफला एकादशी का महत्व?
- सफला एकादशी पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
इस दिन रखा जाएगा सफला एकादशी का व्रत
हर साल पौष माह के एकादशी तिथि को रखा जाने वाला सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) का व्रत इस बार 7 जनवरी 2024 दिन रविवार को रखा जाएगा।
- सफला एकादशी तिथि का प्रारंभ- 6 जनवरी शनिवार की रात 12 बजकर 41 मिनट पर
- एकादशी तिथि का समापन- 7 जनवरी सोमवार की रात 12 बजकर 46 मिनट पर
सफला एकादशी पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
- सफला एकादशी पूजा मुहूर्त (Saphala Ekadashi Puja Muhurat) - 7 जनवरी रविवार सुबह 8 बजकर 33 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक
- सफला एकादशी का पारण समय- 8 जनवरी सोमवार सुबह 7 बजकर 15 मिनट से 9 बजकर 20 मिनट तक
- द्वादशी तिथि समाप्त होने का समय- रात 11 बजकर 58 मिनट पर
यह भी पढ़ें… Cleansing Tips: फेस क्लींजिंग करते समय न करें ये गलतियां, स्किन को हो सकता है भारी नुकसान
Advertisement
सफला एकादशी का महत्व?
धार्मिक मान्यता है कि सफला एकादशी के दिन व्रत रखकर श्री हरि विष्णु (Vishnu) की पूजा करने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही जो व्यक्ति पूरी श्रद्धा से एकादशी (Ekadashi 2024) के दिन भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) की पूजा और व्रत करता है उसके सभी काम सफल हो जाते हैं।
यह भी पढ़ें… Laxmi: तिजोरी में बस रखें मां लक्ष्मी की फोटो, कभी नहीं होगी धन की कमी और भी हैं कई फायदे
Advertisement
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 6 January 2024 at 17:29 IST