sb.scorecardresearch

Published 10:54 IST, October 12th 2024

Dussehra 2024 Muhurat: कितने बजे करें दशहरा पूजन? जानिए पूजा विधि, रावण दहन का सही समय

Dussehra 2024 Muhurat: आज दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है। बुराई पर अच्छाई की जीत का ये त्योहार हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है।

 Happy Dussehra 2024
Happy Dussehra 2024 | Image: Freepik

Dussehra 2024 Muhurat: आज दुनियाभर में दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है। बुराई पर अच्छाई की जीत का ये त्योहार हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दशहरा का मुहूर्त शुरू हो चुका है। ये 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 58 मिनट से शुरू होते हुए 13 अक्टूबर की सुबह 9 बजकर 08 मिनट पर खत्म हो जाएगा।

सनातन धर्म में दशहरा का त्योहार काफी अहमियत रखता है। इसी दिन भगवान राम ने लंकापति रावण का वध करते हुए माता सीता को उसके चंगुल से छुड़ाया था। यही वजह है कि हर साल दशहरे के मौके पर रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाता है। 

दशहरा पूजन का शुभ समय (Dussehra Puja Time)

आपको बता दें कि दशहरा पूजन का सही समय सुबह 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक का है। इसके अलावा, दोपहर 2 बजकर 3 मिनट से 2 बजकर 49 मिनट तक का समय भी इसके लिए उत्तम माना गया है।

रावण दहन का सही समय (Ravan Dahan ka Time) 

अब बात करें रावण दहन के सही समय की तो ये शाम को 5 बजकर 53 मिनट से 7 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। बता दें कि रावण का दहन प्रदोष काल में करना शुभ माना जाता है। आज देशभर में इसी समय के बीच रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले जलाकर उनका दहन किया जाएगा।

दशहरा की पूजा-विधि

दशहरा की पूजा करने के लिए आप सबसे पहले एक साफ चौकी पर लाल कपड़ा बिछा लें। फिर उस चौकी पर भगवान राम और मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित कर दें। उसी पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर गणेश जी की स्थापना करें। उसके बाद आपको नवग्रहों की पूजा और इष्ट देवता की आराधना करनी होगी। पूजा के बाद लाल फूल और गुड़ से बने पकवानों का भोग लगाएं। जब पूजा खत्म हो जाए तो दान-दक्षिणा करें और धर्म ध्वजा के रूप में विजय पताका अपने पूजा स्थल पर लगा लें।

ये भी पढे़ंः Vijayadashami-Dussehra: क्या आपको भी लगता है विजयदशमी और दशहरा एक हैं? जान लें दोनों के बीच का अंतर

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Updated 10:54 IST, October 12th 2024