अपडेटेड 20 October 2025 at 09:53 IST

Diwali Maa Lakshmi Puja Muhurat 2025: आज दिवाली के दिन किस मुहूर्त में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करें?

Diwali Maa Lakshmi Puja Muhurat 2025: आज दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। आइए इस लेख में विस्तार से पूजा मुहूर्त के बारे में

Diwali Maa Lakshmi Puja Muhurat 2025
Diwali Maa Lakshmi Puja Muhurat 2025 | Image: Pixaby

Diwali Maa Lakshmi Puja Muhurat 2025: पूरे देश को रोशन करने वाला, सुख-समृद्धि और खुशहाली का महापर्व दीपावली आज मनाया जा रहा है। यह दिन मां लक्ष्मी और प्रथम पूज्य भगवान गणेश की आराधना के लिए समर्पित है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में की गई पूजा से घर में स्थायी रूप से धन और वैभव का वास होता है। पंचांग के हिसाब से हर साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली मनाया जाता है। वहीं ज्योतिष शास्त्र में लक्ष्मी पूजा के लिए प्रदोष काल व्यापिनी अमावस्या तिथि का महत्व होता है। अब ऐसे में आज दिवाली के दिन किस मुहूर्त में भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा करने से उत्तम फलों की प्राप्ति हो सकती है?

आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

आज किस मुहूर्त में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की करें पूजा?

दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा के लिए सबसे शुभ और महत्वपूर्ण समय प्रदोष काल और वृषभ काल होता है।

  • सर्वोत्तम मुहूर्त - शाम 07 बजकर 08 मिनट से रात 08 बजकर 18 मिनट तक
  • प्रदोष काल मुहूर्त - शाम 05 बजकर 46 मिनट से रात 08 बजकर 18 मिनट तक। दिवाली की पूजा हमेशा प्रदोष काल में ही की जाती है। यह सूर्यास्त के बाद का समय होता है।
  • वृषभ काल मुहूर्त-  शाम 07 बजकर 08 मिनट से रात 09 बजकर 03 मिनट तक।

अमावस्या तिथि का समय क्या है?

कार्तिक अमावस्या तिथि प्रारंभ- दोपहर 03 बजकर 44 मिनट से।
कार्तिक अमावस्या तिथि समाप्त- 21 अक्टूबर 2025 को शाम 05 बजकर 54 मिनट पर।

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अन्य शुभ चौघड़िया मुहूर्त-

  • अगर आप प्रदोष काल के मुख्य मुहूर्त में पूजा नहीं कर पाते हैं, तो चौघड़िया मुहूर्त में भी लक्ष्मी-गणेश की पूजा की जा सकती है।
    अपराह्न मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत)- दोपहर 03:44 बजे से शाम 05:46 बजे तक।
  • सायंकाल मुहूर्त (चर)- शाम 05:46 बजे से शाम 07:21 बजे तक।
  • रात्रि मुहूर्त (लाभ)- रात 10:31 बजे से रात 12:06 बजे तक (21 अक्टूबर)।
  • महानिशीथ काल मुहूर्त (विशेष पूजा के लिए)- रात 11:41 बजे से देर रात 12:31 बजे तक (21 अक्टूबर)। यह तांत्रिक और विशेष सिद्धियों की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है।

राहुकाल का समय-

दिवाली के दिन राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है। आज राहुकाल का समय सुबह 07 बजकर 50 मिनट से सुबह 09 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। इस दौरान पूजा-पाठ या किसी नए शुभ कार्य से बचें।

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Published By : Aarya Pandey

पब्लिश्ड 20 October 2025 at 09:53 IST