अपडेटेड 30 October 2025 at 09:59 IST
Devuthani Ekadashi 2025 Puja : देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा कैसे करें? जानें अभिषेक करने से लेकर विधि और नियम
Devuthani Ekadashi 2025 Puja: हिंदू धर्म में देवउठनी एकादशी का विशेष महत्व है। यह बेहद सौभाग्यशाली व्रत माना जाता है। अब ऐसे में इस दिन किस विधि से भगवान विष्णु की पूजा करने से लाभ हो सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
- धर्म और अध्यात्म
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Devuthani Ekadashi 2025 Puja | Image:
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Devuthani Ekadashi 2025 Puja: सनातन धर्म में देवउठनी एकादशी की पूजा को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह एकादशी इतनी शक्तिशाली है कि मात्र भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है। देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु योग निद्रा के बाद जागते हैं और सृष्टि का भार संभालते हैं।
इसी दिन तुलसी विवाह का भी विशेष विधान है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि इस दिन विष्णु की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और देवकृपा मिलती है। अब ऐसे में इस दिन किस विधि से भगवान विष्णु की पूजा करें, उनका अभिषेक कैसे करें? भगवान विष्णु के पूजा के नियम क्या है? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा कैसे करें?
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल को साफ कर आंगन में सुंदर रंगोली बनाएं। गन्ने से एक मंडप या चौकी बनाएं और उस पर भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। भगवान के चरणों के चिह्न भी बनाएं और उन्हें ढक दें।
- भगवान विष्णु को पीले फूल, तुलसी दल, फल, सिंघाड़े, गन्ना और नैवेद्य अर्पित करें। तुलसी दल के बिना भगवान भोग स्वीकार नहीं करते, इसलिए इसे अवश्य शामिल करें। पंचामृत दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण से भगवान का अभिषेक करें।
घी का दीपक जलाएं और उसे रातभर जलने दें। - शाम के समय शंख और घंटी बजाकर ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते हुए भगवान विष्णु को निद्रा से जगाएं।
- आखिर में भगवान विष्णु की आरती करें और परिवार के सभी सदस्यों को बांटें।
- इस दिन पीली वस्तुओं, अन्न, या धन का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- आप इस दिन भगवान विष्णु की आरती जरूर करें। इससे व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है।
देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु का अभिषेक कैसे करें?
- सबसे पहले भगवान विष्णु की प्रतिमा को एक पात्र में रखें।
- उनका शुद्ध जल से अभिषेक करें।
- इसके बाद पंचामृत जैसे कि दूध, दही, घी, शहद, शक्कर गंगाजल से बारी-बारी अभिषेक करें। अभिषेक के दौरान 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करते रहें।
- विशेष रूप से केसर मिले दूध से अभिषेक करना अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि यह भगवान को अति प्रिय है और इससे धन-वैभव की प्राप्ति होती है।
- आखिर में, शुद्ध जल से अभिषेक करें और प्रतिमा को स्वच्छ कपड़े से पोंछकर आसन पर स्थापित करें।
- उसके बाद आप उनका श्रृंगार करें।
देवउठनी एकादशी के दिन पूजा करने के नियम क्या है?
- देवउठनी एकादशी के दिन व्रत जरूर रखें।
- इस दिन आंगन में चौक बनाएं और भगवान विष्णु के चरण बनाएं।
- देवउठनी एकादशी के दिन गन्ने का मंडप बनाकर उसमें भगवान विष्णु को स्थापित करें और तुलसी भी रखें।
- पूजा में घी का दीपक जरूर जलाएं। इससे सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 30 October 2025 at 09:59 IST