अपडेटेड 17 July 2024 at 07:48 IST

Devshayani Ekadashi 2024: देवशयनी एकादशी आज, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और व्रत पारण का समय

Devshayani Ekadashi 2024: आज देवशयनी एकादशी के दिन आइए जानते हैं कि आप किस मुहूर्त में भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं।

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Devshayani Ekadashi
देवशयनी एकादशी 2024 | Image: Freepik

Devshayani Ekadashi 2024: हिंदू धर्म में एकादशी (Ekadashi) तिथि का विशेष महत्व होता है। हर महीने पड़ने वाली एकादशी को भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा की जाती है। कहते हैं इस दिन श्रद्धाभाव से भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वहीं, आज यानी बुधवार, 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) मनाई जा रही है।

पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी कहा जाता है। पुराणों के मुताबिक, भगवान विष्णु इस दिन से चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। जिसके चलते हिंदू धर्म में सभी शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। ऐसे में देवशयनी एकादशी के दिन विष्णु भक्त उनकी विशेष पूजा अर्चना करते हैं। आइए जानते हैं कि इस दिन पूजा के लिए कौन-सा मुहूर्त शुभ रहेगा और भक्त विष्णुजी की पूजा किस विधि के साथ कर सकते हैं।

देवशयनी एकादशी 2024 पर पूजा का शुभ मुहूर्त (Devshayani Ekadashi 2024 Puja Muhurat)

जैसा कि देवशयनी एकादशी तिथि की शुरुआत मंगलवार, 16 जुलाई को रात 08 बजकर 33 मिनट से हो चुकी है, जिसका समापन बुधवार, 17 जुलाई को रात 09 बजकर 02 मिनट पर होगा। ऐसे में आप बुधवार को सुबह 05 बजकर 33 मिनट से सुबह 07 बजकर 17 मिनट के बीच पहले शुभ मुहूर्त में पूजा कर सकते हैं। इसके बाद सुबह 07 बजकर 17 मिनट से सुबह 09 बजे तक विष्णु पूजा का दूसरा शुभ मुहूर्त रहेगा। फिर सुबह 10 बजकर 43 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक भी भगवान विष्णु की पूजा की जा सकती है। इसके बाद शाम के समय उत्तम मुहूर्त में शाम 05 बजकर 36 मिनट से 07 बजकर 19 मिनट के बीच चौथे मुहूर्त में भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं।

देवशयनी एकादशी 2024 पूजा विधि (Devshayani Ekadashi 2024 Puja Vidhi)

  • देवशयनी एकादशी के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करें और स्वच्छ व पीले रंगे के वस्त्र पहनें।
  • इसके बाद मंदिर की साफ सफाई करें और लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का साफ कपड़ा बिछाएं।
  • अब चौकी पर गंगाजल छिड़ककर इसे शुद्ध करें और भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
  • इसके बाद विष्णु जी को पीला चंदन, पीले फूल, पीले फल आदि अर्पित करें।
  • भगवान के समक्ष घी का दीपक जलाकर धूप भी जलाएं।
  • अब देवशयनी एकादशी की व्रत कथा का पाठ करें।
  • इसके बाद 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें।
  • भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की आरती करें।
  • इसके बाद भगवान को घर पर तैयार की गई पीले रंग की मिठाई का भोग लाएं। साथ ही भोग के साथ उन्हें तुलसी भी अर्पित करें।
  • आखिर में  क्षमा प्रार्थना कर भोग लगाई गई मिठाई को प्रसाद के रूप में घर के सभी सदस्यों को वितरित करें।

देवशयनी एकादशी 2024 व्रत पारण मुहूर्त (Devshayani Ekadashi 2024 Vrat Paran Muhurat)

देवशयनी एकादशी व्रत का पारण गुरुवार, 18 जुलाई 2024 के के दिन सुबह 05 बजकर 34 मिनट से सुबह 08 बजकर 19 मिनट के बीच किया जा सकता है। 

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 17 July 2024 at 07:48 IST