अपडेटेड 1 November 2025 at 13:48 IST

Dev Uthani Ekadashi 2025: आज देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को कैसे जगाएं? जान लें सही विधि और मंत्र

Dev Uthani Ekadashi 2025: आज देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को योग निद्रा से कैसे जगाएं? आइए इस लेख में विशेष मंत्रों का बारे में विस्तार से जानते हैं।

Dev Uthani Ekadashi 2025
Dev Uthani Ekadashi 2025 | Image: Meta AI
ai-icon

Show Quick Read

dropdown-arrow
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed

Dev Uthani Ekadashi 2025: सनातन धर्म में देवउठनी एकादशी का व्रत सुख-सौभाग्य का कारक माना जाता है। इसे देवोत्थान एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं।  यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु अपनी चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं और इसके साथ ही चातुर्मास का समापन हो जाता है। 

भगवान के जागते ही सभी प्रकार के मांगलिक और शुभ कार्य, जिन पर चातुर्मास में रोक लग जाती है और देवउठनी के दिन से सभी मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं। इस खास दिन पर, भक्तजन पूरे विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और उन्हें योगनिद्रा से जगाने की परंपरा निभाते हैं। आइए जानते हैं क्या है भगवान विष्णु को जगाने की सही विधि और कौन से हैं वे विशेष मंत्र जिसे शुभ माना जाता है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

भगवान विष्णु को जगाने की सही विधि क्या है?

  • एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत हो जाएं और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • घर के पूजा स्थल की अच्छे से सफाई करें। एक चौकी पर साफ, पीले या लाल रंग का वस्त्र बिछाकर भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। आंगन में या पूजा स्थल पर गेरू से भगवान विष्णु के चरण चिह्न बनाएं और उन्हें ढक दें।
  • भगवान के समक्ष घी का दीपक या कपूर जलाएं।
  • हाथ में जल, फूल और चावल लेकर व्रत और पूजा का संकल्प लें।
  • भगवान श्री हरि को नए वस्त्र, जनेऊ, पीले फूल, फल, मिठाई और विशेष रूप से मौसमी उपज जैसे गन्ना, सिंघाड़ा, बेर, गाजर आदि अर्पित करें। तुलसी दल का भोग अवश्य लगाएं।
  • रात के समय या ब्रह्म मुहूर्त में पूजा स्थल पर 11 दीपक जलाएं। घर के सभी सदस्य एक साथ मिलकर भगवान विष्णु की वंदना करें।
  • भगवान को जगाने के लिए शंख और घंटी बजाएं, जिससे शुभ ध्वनि पूरे घर में गूंजे। पारंपरिक तौर पर लोकगीत जैसे- "उठो देव बैठो देव" गाए जाते हैं।
  • भगवान विष्णु को जगाने के लिए विशेष मंत्रों का जाप करें।

ये भी पढ़ें - Winter Health Tips: सर्दियों में रखना है सेहत का ख्याल तो इस लड्डू को जरूर खाएं, देखें ये आसान रेसिपी

भगवान विष्णु को जगाने के विशेष मंत्र क्या है?

स्कंदपुराण में भगवान विष्णु को योगनिद्रा से जगाने के लिए एक विशेष मंत्र का वर्णन किया गया है।  इस मंत्र का जाप करने से उत्तम परिणाम मिल सकते हैं। 

Advertisement
  • उत्तिष्ठोत्तिष्ठ गोविन्द उत्तिष्ठ गरुडध्वज। उत्तिष्ठ कमलाकान्त त्रैलोक्यं मङ्गलं कुरु
  • ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
  • ॐ नमो नारायणाय

Published By : Sujeet Kumar

पब्लिश्ड 1 November 2025 at 13:48 IST