अपडेटेड 10 April 2025 at 15:40 IST

Chanakya Niti: क्या आपके घर में भी नहीं होते ये काम? दरिद्रता करेगी हमेशा वास

Chanakya Niti in Hindi: अगर घर में यह कार्य न हो तो वह घर शमशान के बराबर होता है। जानते हैं इन कार्यों के बारे में...

Chanakya niti
चाणक्य की नीतियां | Image: freepik

Chanakya Niti in Hindi: बता दें, आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के माध्यम से कुछ ऐसे कार्यों के बारे में बताया है कि अगर यह कार्य घर में नहीं हुई तो वह घर शमशान के बराबर होता है। जी हां, ऐसे में दुख और दरिद्रता से बचने के लिए व्यक्ति को अपने घरों में इन कार्यों को जरूर करना चाहिए। इन कार्यों के बारे में पता होना जरूरी है। 

आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि घर में कौन से ऐसे कार्य हैं जो जरूरी हैं। पढ़ते हैं आगे... 

आचार्य चाणक्य की कुछ बातें 

आचार्य चाणक्य के अनुसार, जिस घर में शुभ काम नहीं होते वह घर शमशान के बराबर होता है। जी हां, कहते हैं कि इन घरों में रहने वाले लोग मरे के समान होते हैं। वहीं इन लोगों में जीवन जीने की इच्छा बची नहीं होती है। ऐसे में इन लोगों को अपने घर में सत्यनारायण की कथा, पूजा, हवन आदि जरूर करवानी चाहिए। इससे न केवल जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है बल्कि व्यक्ति को जीने का एहसास भी होता है। 

घर में पूजा पाठ होना बेहद जरूरी है। ऐसे में जो व्यक्ति प्रतिदिन पूजा पाठ करता है उसके घर में कभी भी दरिद्रता नहीं आती। उसके घर में हमेशा भगवान का वास होता है। वहीं जिस घर में पूजा पाठ नहीं होता है उनके घर में हमेशा दरिद्रता बनी रहती है। 

Advertisement

आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन घरों में पंडित और ब्राह्मणों का आदर सत्कार नहीं होता या उन्हें भोजन नहीं करवाया जाता। ऐसा घर भी हमेशा शमशान के बराबर होता है। जी हां, ईश्वर की कृपा ऐसे घरों पर नहीं बरसती है। ऐसे में जब भी आपके द्वार पर ब्राह्मण आए तो उसे खाली हाथ ना भेजें इसके अलावा ब्राह्मणों को हमेशा खाना खिलाएं। इससे घर में सुख समृद्धि का वास होता है। 

ये भी पढ़ें - हनुमान जयंती पर पूजा में करें संकटमोचन हनुमानाष्टक का पाठ

Advertisement

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Garima Garg

पब्लिश्ड 10 April 2025 at 15:40 IST