अपडेटेड 15 April 2024 at 07:56 IST
Chaitra Navratri 2024 Day 7: इस मुहूर्त में करें मां कालरात्रि की पूजा, हर परेशानी का होगा नाश
Maa Kalratri Puja: चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा किए जाने का विधान है।
- धर्म और अध्यात्म
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Chaitra Navratri 2024 Day 7: मंगलवार, 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। जिसका समापन 17 अप्रैल को होगा। चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के रूप मां ब्रह्मचारिणी (Maa Brahmacharini), तीसरे दिन मां चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta), चौथे दिन मां कूष्मांडा (Maa Kushmanda), पांचवें दिन मां स्कंदमाता (Maa Skandmata) और छठे दिन मां कात्यायनी (Maa Katyayani) की पूजा की गई थी जिसके बाद आज यानी सोमवार को नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि (Maa Kalratri) की पूजा किए जाने का विधान है।
कहते हैं कि मां कालरात्रि अपने भक्तों के सभी दुखों का नाश कर उनकी झोली खुशियों से भर देती हैं। अगर किसी व्यक्ति को बुरी शक्तियां परेशान कर रही हैं तो आपको मां कालरात्रि की पूजा जरूर करनी चाहिए। माता इस तरह की समस्या से भक्तों को उबारकर उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती हैं।
ऐसे में अगर आप मां कालरात्रि को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको आज के दिन शुभ मुहूर्त में उनकी पूजा करनी चाहिए। आइए जानते हैं कि आप किस समय माता कालरात्रि की पूजा कर सकते हैं और साथ ही जानते हैं कि मां को प्रसन्न करने के लिए आपको किस पूजा विधि का इस्तेमाल करना चाहिए।
मां कालरात्रि की पूजा का मुहूर्त (Maa Kalratri Puja Muhurat)
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4 बजकर 36 मिनट से सुबह 5 बजकर 21 मिनट तक।
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 1 मिनट से 12 बजकर 52 मिनट तक।
- विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 34 मिनट से 03 बजकर 24 मिनट तक।
मां कालरात्रि पूजा विधि (Maa Kalratri Puja Vidhi)
- नवरात्रि के सातवें दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि सम्पन्न करें।
- इसके बाद लाल रंग के स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- अब मंदिर में मां कालरात्रि की प्रतिमा या तस्वीर लगाकर उनकी पूजा आरंभ करें।
- मां कालरात्रि को रोली कुमकुम लगाकर, फूल, फल आदि चीजें अर्पित करें।
- माता को लाल रंग की चुनरी अर्पित करें।
- मां के आगे घी का दीपक जलाकर पूजा मंत्र पढ़ें और उन्हें गुड़ का भोग लगाएं।
- इसके बाद मां कालरात्रि की कथा पढ़ें और आरती करें।
- आखिर में मां कालरात्रि से प्रार्थना करें और भूल-चूक की क्षमा याचना करें।
मां कालरात्रि का प्रिय भोग (Maa Kalratri Bhog)
सातवें दिन पूजा के समय मां कालरात्रि को गुड़ या शहद का भोग लगाना अति शुभ माना जाता है। इसलिए माता को इसका भोग अवश्य लगाएं। इससे मां प्रसन्न होकर व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी करती हैं। आप गुड़ के अलावा माता को मेवे, खीर आदि का भी भोग लगा सकते हैं।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 15 April 2024 at 07:10 IST