अपडेटेड 12 April 2024 at 12:30 IST

Chaitra Navratri 2024: चौथे दिन इस मुहूर्त में करें मां कूष्मांडा की पूजा, हर मनोकामना होगी पूरी

Maa Kushmanda Puja: चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा किए जाने का विधान है।

Follow : Google News Icon  
Kushmanda Devi
मां कूष्मांडा | Image: X

Chaitra Navratri 2024 Day 4: मंगलवार, 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। जिसका समापन 17 अप्रैल को होगा। चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के रूप मां ब्रह्मचारिणी (Maa Brahmacharini) और तीसरे दिन मां चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta) की पूजा की गई थी जिसके बाद आज यानी शुक्रवार को नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा (Maa Kushmanda) की पूजा किए जाने का विधान है।

कहते हैं कि मां कूष्मांडा अपने भक्तों के सभी दुख दूर कर उनके जीवन में खुशहाली भर देती हैं। इतना ही नहीं कूष्मांडा देवी दुराचारी और दुष्टों का नाश कर भक्तों को नकारात्मक ऊर्जा से भी बचाती हैं। वहीं, जो व्यक्ति श्रद्धाभाव और पूरे विधि-विधान से माता कूष्मांडा की उपासना करता है उसे देवी मनचाहा फल देती हैं।

ऐसे में अगर आप मां कूष्मांडा को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको आज के दिन शुभ मुहूर्त में उनकी पूजा करनी चाहिए। आइए जानते हैं कि आप किस समय माता कूष्मांडा की पूजा कर सकते हैं और साथ ही जानते हैं कि मां को प्रसन्न करने के लिए आपको किस पूजा विधि का इस्तेमाल करना चाहिए।

मां कूष्मांडा की पूजा का मुहूर्त (Maa Kushmanda Puja Muhurat)

  • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4 बजकर 38 मिनट से सुबह 5 बजकर 23 मिनट तक।
  • अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 2 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक।
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 34 मिनट से 03 बजकर 24 मिनट तक।

मां कूष्मांडा पूजा विधि (Maa Kushmanda Puja Vidhi)

  • नवरात्रि के चौथे दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि सम्पन्न करें।
  • इसके बाद लाल या पीले रंग के स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  • अब मंदिर में मां कूष्मांडा की प्रतिमा या तस्वीर लगाकर उनकी पूजा आरंभ करें।
  • मां कूष्मांडा को लाल चंदन, फूल, फल, सफेद कुम्हड़ा, मेवे, लाल फूल आदि अर्पित करें।
  • मां के आगे घी का दीपक जलकर पूजा मंत्र पढ़ें और उन्हें मालपुआ का भोग लगाएं।
  • इसके बाद मां कूष्मांडा की कथा पढ़ें और आरती करें।
  • आखिर में मां कूष्मांडा से प्रार्थना करें और भूल-चूक की क्षमा याचना करें।

मां कूष्मांडा का प्रिय भोग (Maa Kushmanda Bhog)

चौथे दिन पूजा के समय मां कूष्मांडा को मालपुआ का भोग लगाना अति शुभ माना जाता है। इसलिए माता को इसका भोग अवश्य लगाएं। इससे मां प्रसन्न होकर व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी करती हैं। 

Advertisement

ये भी पढ़ें: Aaj Ka Rashifal: इन राशि वालों को आज मिल सकती है खुशखबरी, जानिए कैसा रहेगा आपका दिन, पढ़ें राशिफल

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 12 April 2024 at 07:11 IST