अपडेटेड 22 May 2024 at 07:40 IST
Budhwar Ka Vrat: कब से शुरू करना चाहिए बुधवार का व्रत? जानिए उद्यापन विधि और नियम
Budhwar Ka Vrat Ke Niyam: अगर आप गणेश जी को खुश करने के लिए बुधवार का व्रत करने के बारे में सोच रहे हैं तो चलिए जानते हैं कि आप इस व्रत की शुरुआत कब से कर सकते
- धर्म और अध्यात्म
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Budhwar Ka Vrat: हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित किया गया है। जिसके अनुसार बुधवार के दिन रिद्धि सिद्धि के दाता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। सनातन धर्म में भगवान गणेश को विशेष स्थान प्राप्त है। जिसके मुताबिक किसी भी शुभ कार्य या पूजा को करने से पहले भगवान गणेश का नाम लिया जाता है और उनकी पूजा की जाती है।
मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति किसी भी कार्य की शुरुआत बिना भगवान गणेश का नाम लिए करता है तो वह कार्य सफल नहीं हो पाता है साथ ही आगे चलकर उसके कामों में कई तरह की अड़चनें भी आती हैं। वहीं, अगर आप भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए बुधवार का व्रत करने के बारे में सोच रहे हैं तो आइए जानते हैं कि आप इस व्रत की शुरुआत कब से कर सकते हैं।
कब से शुरू करें बुधवार का व्रत (Ganesh ji Budhwar vrat)
बुधवार का व्रत आप किसी भी माह के शुक्ल पक्ष से शुरू कर सकते हैं। इस महीने से बुधवार व्रत की शुरुआत करना काफी शुभ माना जाता है। आप व्रत 7, 11, या फिर 21 बुधवार का व्रत करने का संकल्प ले सकते हैं। संकल्प के अनुसान व्रत पूरे होने के बाद आप उद्यापन कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि बुधवार व्रत की उद्यापन विधि क्या होगी।
बुधवार व्रत उद्यापन विधि (Ganesh ji Budhwar vrat Udyapan)
- बुधवार व्रत के उद्यापन के लिए सबसे पहले आपको 7, 11, या फिर 21 दिन का उपवास पूरा करना है।
- इसके बाद बुधवार के दिन सुबह उठकर स्नान करें।
- इस दिन स्नान करने के बाद हरे रंग के वस्त्र धारण करें।
- अब मंदिर की साफ-सफाई कर उसे गंगाजल से शुद्ध करें।
- अब एक लकड़ी की चौकी पर गणेश जी की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
- पूजा के दौरान आप पूर्व दिशा की ओर मुख करके ही पूजा करें।
- आसन पर बैठकर भगवान गणेश जी की फूल, धूप, दीप, कपूर, चंदन से पूजा अर्चना करें।
- गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें। इससे वह अति प्रसन्न हो जाते हैं।
- इसके बाद गणेश जी को मोदक या लड्डूओं का भोग लगाएं।
- 108 बार ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें।
बुधवार व्रत के नियम (Budhwar Vrat Ke Niyam)
- बुधवार व्रत की कथा जरूर पढ़ें और आरती भी करें।
- बुधवार के व्रत में हरे रंग के वस्त्र पहनें।
- इस दिन नमक खाने से परहेज करें।
- बुधवार के दिन गणेश जी को घी और गुड़ का भोग लगाएं और इसे गाय को खिलाएं।
- मन को शांत रखें और हर किसी से प्यार एवं संयम के साथ बातचीत करें।
- इस दिन अपशब्द और लड़ाई-झगड़ा करने से बचें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 22 May 2024 at 07:24 IST