अपडेटेड 17 June 2024 at 22:09 IST

Budhwa Mangal 2024: बुढ़वा मंगल पर चाहते हैं बजरंग बली की कृपा, तो इस विधि से करें पूजा; जानें महत्व

ज्येष्ठ माह के सभी मंगलवार को बहुत ही महत्वूर्ण माना जाता है। वहीं कल इस महीने का आखिरी यानी बुढ़वा मंगल आइए जानते हैं इस दिन किस विधि से पूजा करें।

Hanuman ji
हनुमान जी को कैसे करें प्रसन्न | Image: shutterstock

Budhwa Mangal 2024: हिंदू धर्म में ज्येष्ठ माह का बहुत ही अधिक महत्व माना जाता है, क्योंकि इस माह में पड़ने वाले सभी मंगलवार बेहद खास होते हैं। इस महीने में पड़ने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है और विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि ज्येष्ठ माह के मंगल को बजरंगबली की पूजा अर्चना करने से सभी प्रकार के दुख कष्ट दूर होते हैं, और घर में सुख समृद्धि का वास होता है। व्यक्ति पर विशेष कृपा होती है। वहीं कल इस माह का आखिरी बड़ा मंगल है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस दिन संकट मोचन की पूजा कैसे करें।  

ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले बड़ा मंगल के आखिरी मंगलवार को बूढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है। इस दिन हनुमान जी के वृद्ध यानी बूढ़े स्वरूप की पूजा की जाती है। मान्यता है कि बजरंग बली के इस रूप की पूजा करने से जीवन के सारे दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। तो चलिए जानते हैं कि बुढ़वा मंगल के दिन किस विधि से हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए।

क्यों मनाया जाता है बुढ़वा मंगल?

पौराणिक कथाओं के मुताबिक महाभारत काल में जब भीम को अपने बल पर बहुत ही ज्यादा घमंड हो गया था। तब हनुमान जी ने उनका घमंड चूर करने के लिए ज्येष्ठ माह में मंगलवार के दिन उनकी परिक्षा ली थी। इसके लिए उन्होंने बूढ़े वानर का रुप धारण किया और भी भीम के घमंड को चूर किया। तभी से इस माह के मंगलवार को बड़ा मंगल के रूप में मनाया जाने लगा।  

बुढ़वा मंगल पर कैसे करें हनुमान जी की पूजा?

  • बड़ा मंगल के दिन ब्रह्म मुहूर्त यानी सूर्य निकलने से पहले उठकर नहा-धोकर साफ कपड़े पहनें।
  • इसके बाद हनुमानजी की प्रतिमा को गंगाजल से साफ करें।
  • फिर पूजा स्थान पर लाल फूल, अक्षत, धूप, दीप, चंदन और लाल या नारंगी लंगोट हनुमान जी को अर्पित करें।
  • फिर हनुमान जी को मोतीचूर का लड्डू या बूंदी का भोग लगाएं।
  • मान्यता है कि इससे हनुमानजी प्रसन्न होते हैं और मनोवांछित फल देते हैं।

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Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 17 June 2024 at 22:01 IST