अपडेटेड 14 June 2025 at 14:10 IST
Ashadha Month 2025: आषाढ़ महीने में इन कामों से करें तौबा, वरना भुगतना पड़ सकता है भारी खामियाजा
Ashadha Month 2025: आषाढ़ महीने की शुरुआत हो चुकी है। इस माह में कई काम करना वर्जित होता है। ऐसे में आइए जानते हैं इन महीने में कौन से काम करने चाहिए और किन कार्यों को करने से बचना चाहिए?
- धर्म और अध्यात्म
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Ashadha Month 2025: हिंदू नव वर्ष का चौथा महीना आषाढ़ आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। आषाढ़ महीने में कई व्रत-त्योहार, पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान होते हैं, जिनमें विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। आषाद महीने में भोलेनाथ के साथ विष्णु जी और सूर्य की आराधना करना काफी शुभ माना जाता है। साथ ही इस दौरान कई काम ऐसे भी हैं जिन्हें करना वर्जित माना जाता है। आइए जानते हैं इसके बारे में...
हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह वर्ष का चौथा महीना होता है। इस बार इसकी शुरुआत 12 जून 2025 से हो गई है। इसका समापन 10 जुलाई को होगा। इसी महीने की एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं। वहीं इस दौरान मांगलिक कार्यों पर भी रोक लग जाती है।
आषाढ़ माह में क्या न करें?
- आषाढ़ माह में शुभ काम करने से बचना चाहिए। इस महीने में शादी, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है।
- आषाढ़ माह में नया व्यवसाय शुरू करने के साथ ही बड़े वित्तीय निवेश या फिर संपत्ति खरीदना भी अनुकूल नहीं माना जाता।
- इसके अलावा इस महीने में घर का निर्माण शुरू करना या फिर बड़े पैमाने पर मरम्मत कार्य कराने से भी बचना चाहिए।
- आषाढ़ मास में व्यक्ति को अपने आचरण में विशेष संयम रखने की जरूरत है।झूठ बोलना, धोखा देना या किसी को छलने की प्रवृत्ति इस माह में पाप का कारण बनती है।
- आषाढ़ महीने के दौरान सात्त्विक जीवनशैली अपनानी चाहिए। मांसाहार और मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए।
- मास में प्रकृति की रक्षा करना बहुत पुण्यकारी होता है। पेड़ काटना या किसी जीव को हानि पहुंचाना वर्जित है।
आषाढ़ माह में क्या करें?
- विशेष रूप से भगवान विष्णु की आराधना करें और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें।
- आषाढ़ मास में दान करना बेहद ही शुभ माना जाता है। इस माह में वस्त्र, छाता, अन्न, जलपात्र का दान करें, इससे आपको पुण्य फल की प्राप्ति होगी।
- इस माह में पड़ने वाली एकादशी का व्रत जरूर करें। रोज नियम से सूर्य देव को भी अर्घ्य दें।
- आषाढ़ माह में तुलसी को जल अर्पित करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 14 June 2025 at 14:10 IST