अपडेटेड 18 June 2024 at 18:52 IST
'बनारस के लंगड़ा आम और जौनपुर की मूली क्यों हैं इतने प्रसिद्ध?',वाराणसी में PM मोदी ने की जमकर तारीफ
तीसरी बार पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी काशी पहुंचे। किसानों को उनका सम्मान दिया और अपने एक सपने के बारे में बताया!
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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PM Modi Kashi Visit: काशी के मंच पर एक किसान ने पीएम मोदी का अभिवादन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने 9.60 करोड़ किसानों को सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की। 20 हजार करोड़ रुपए किसानों के अकउंट में सीधे ट्रांसफर किए गए।
पीएम ने अपने चिर परिचित अंदाज में काशीवासियों को संबोधित किया। बनारसी में बतियाते दिखे। बोले- चुनाव जीतने के बाद हम पहली बार हम बनारस आयल हई। जनता जनार्दन के हमार प्रणाम। फिर पीएम ने अपने एक सपने को भी डिस्कस किया!
लंगड़ा और मूली को लेकर कहा ये!
पीएम ने यूपी के खाद्य उत्पादों का जिक्र किया। कहा- किसान आत्मनिर्भर बन रहा है और कृषि निर्यात में अग्रणी बना है। अब देखिए बनारस का लंगड़ा आम, जौनपुर की मूली, गाजीपुर की भिंडी। ऐसे अनेक उत्पाद आज विदेशी मार्केट में पहुंच रहे हैं। वन जिला वन प्रोडक्ट और जिला स्तर पर एक्सपोर्ट हब बनने से एक्सपर्ट बढ़ रहा है और उत्पादन भी एक्सपोर्ट क्वालिटी का होने लगा।
सपना भी पीएम ने किया शेयर
पीएम ने अपने भाषण में सपने के बारे में बताया। बोले- मेरा सपना है दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर भारत का कोई न कोई खाद्यान्न यानी फूड प्रोडक्ट होना चाहिए... वन जिला, वन प्रोडक्ट और जिला स्तर पर एक्सपोर्ट हब बनने से एक्सपर्ट बढ़ रहा है और उत्पादन भी एक्सपोर्ट क्वालिटी का होने लगा है।
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जीरो इफेक्ट- डिफेक्ट का दिया मंत्र
पीएम ने नैचुरल खेती को बढ़ावा देने की वकालत की। उन्होंने कहा- हमें पैकेजड फूड के ग्लोबल मार्केट में ले जाना है...खेती में भी जीरो इफेक्ट और डिफेक्ट वाले मंत्र को बढ़ावा देना है...मोटे अनाज श्री अन्य का उत्पादन हो, औषधीय गुण वाली फसल हो या फिर प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ना हो। पीएम किसान समृद्धि के माध्यम से किसानों के लिए एक बड़ा सपोर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
क्यों किया लंगड़े और मूली का जिक्र?
जौनपुर की मूली का पीएम ने जिक्र किया। दरअसल, ये मूली खास होती है देखने में भी और सेवन करने से भी लाभ होता है। जौनपुर की नेवाल मूलियाँ बहुत बड़ी और स्वादिष्ट होने के साथ-साथ ये स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही गुणकारी है इसको खाने से पेट का हाजमा भी दुरुस्त रहता है। नेवार मूली चार से छह फीट तक लंबी हो सकती है।
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इसी तरह बनारस के वन फेमस फूड प्रोडक्ट की बात करें तो वो फलों का राजा आम है। वो भी लंगड़ा। जो देखने में तो हरा होता है लेकिन खाने में शहद सा मीठा। बता दें कि अगस्त 2023 में वाराणसी के लंगड़ा आम को जीआई टैग मिला। वाराणसी का लंगड़ा आम एक लोकल किस्म का आम है। जिसकी उत्पत्ति बंगाल के मालदा आम से हुई। वाराणसी में इस आम की उत्पति को लेकर भी एक कहानी है। जिसकी जड़ 250-300 साल पहले की है। एक पुजारी को आम के दो पौधे सौंपे। पुजारी दिव्यांग थे उन्होंने सालों इनकी सेवा की और फिर फल आने लगे। इसके बाद ही नाम लंगड़ा पड़ गया।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 18 June 2024 at 18:52 IST