अपडेटेड 3 September 2024 at 19:32 IST
PM मोदी ब्रुनेई में उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद पहुंचे, दक्षिण चीन सागर सीमा पर बसा ये देश अहम क्यों?
Brunei: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के बंदर सेरी बेगवान में उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का दौरा किया।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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Brunei: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के बंदर सेरी बेगवान में उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का दौरा किया। आपको बता दें कि PM मोदी अपने दो दिवसीय दौरे के लिए ब्रुनेई में हैं।
ऐसे में सवाल ये है कि दक्षिण चीन सागर सीमा पर बसा देश ब्रुनेई भारत के लिए क्यों जरूरी है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
क्यों अहम है ब्रुनेई?
ब्रुनेई की जनसंख्या करीब 4.5 लाख है। यह मुस्लिम देश है और जनसंख्या के हिसाब से काफी छोटा भी है। यह एक ऐसा देश है जो दक्षिण चीन सागर, दक्षिण पूर्व एशिया और मलेशिया की सीमा पर स्थित है। सबसे अहम बात ये है कि यह तेल समृद्ध देश है और इसकी अर्थव्यवस्था ज्यादातर तेल और गैस के बिजनेस पर ही आधारित है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ब्रुनेई भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और हिंद-प्रशांत के लिए दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण भागीदार है। भारत और ब्रुनेई के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जो द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर आपसी सम्मान और समझ पर आधारित हैं। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि इस यात्रा से ब्रुनेई के साथ रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सहयोग, क्षमता निर्माण, संस्कृति के साथ-साथ लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित सभी मौजूदा क्षेत्रों में दोनों देशों का सहयोग और मजबूत होगा तथा नए क्षेत्रों में सहयोग के अवसर तलाशे जाएंगे।
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ब्रुनेई का सुल्तान कितना रईस?
सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया अपनी अपार संपत्ति और शानदार जीवनशैली के लिए मशहूर हैं। माना जाता है कि उनकी निजी संपत्ति करीब 30 बिलियन डॉलर है। 1980 और 1990 के दशक में वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे, लेकिन बाद में माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने उन्हें पीछे छोड़ दिया। बोल्किया के विशाल कार संग्रह में सैकड़ों फेरारी, बेंटले और रोल्स-रॉयस शामिल हैं। वे दुनिया के सबसे बड़े महल में रहते हैं और लंदन के मेफेयर होटल से अपने नाई के साथ प्रथम श्रेणी में यात्रा करते हैं।
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Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 3 September 2024 at 19:15 IST