अपडेटेड 27 September 2024 at 11:15 IST
PM मोदी ने 3 रुद्र सुपर कम्प्यूटर किया लॉन्च, जानें क्या है इसके मायने और किसे मिलेगा फायदा
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन रुद्र सुपर कम्प्यूटर लॉन्च किया है। आइए जानते हैं कि इससे क्या-क्या फायदा होगा और कैसे काम करेगा।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 सितंबर, गुरुवार को राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (एनएसएम) के तहत तीन रुद्र सुपरकंप्यूटर लॉन्च किया। इसके साथ ही उन्होंने अर्का और अरुणिका नाम का हाई-परणॉर्मेंस कंप्यूटिंग सिस्टम भी लॉन्च किया है। इसे लगभग 130 करोड़ रुपये की लागत से भारत में ही विकसित किया गया है। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित एक कार्यक्रम में मौसम और जलवायु अनुसंधान के लिए तैयार एक उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग (HPC) प्रणाली का भी उद्घाटन किया।
लॉन्चिंग कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा, "आज का भारत संभावनाओं के अनंत आकाश में नए अवसरों का निर्माण कर रहा है। सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि प्रौद्योगिकी में अनुसंधान से आम आदमी को फायदा हो। विज्ञान की सार्थकता केवल आविष्कार और विकास में नहीं, बल्कि सबसे अंतिम व्यक्ति की आशा, आकांक्षाओं को पूरा करने में है। आज अगर हम हाइटेक हो रहे हैं तो ये भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारी हाइटेक प्रौद्योगिकी गरीबों की ताकत बने।"
उन्होंने कहा कि एक समय सुपर कंप्यूटर में गिने-चुने देशों की महारत मानी जाती थी। हमने 2015 में नेशनल सुपर कंप्यूटिंग मिशन शुरू किया और आज भारत सुपर कंप्यूटर की दिशा में बड़े देशों की बराबरी कर रहा है। हम यहीं रुकने वाले नहीं हैं। क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी प्रौद्योगिकी में भारत अभी से अग्रणी हो रहा है। इस क्षेत्र में भारत को आगे ले जाने में हमारे राष्ट्रीय क्वांटम मिशन की बड़ी भूमिका होगी। यह नई प्रौद्योगिकी आने वाले समय में हमारी दुनिया को पूरी तरह से बदल देने वाली है। इससे आईटी क्षेत्र, विनिर्माण, उद्योग, एमएसएमई और स्टार्टअप क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव आएंगे और नए अवसर बनेंगे।
2035 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा: PM मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान को प्राथमिकता दे रही है। मिशन गगनयान की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और 2035 तक हमारे पास अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा। परियोजना के पहले चरण को मंजूरी दी गई है। अनुसंधान से आत्मनिर्भरता हमारा मिशन है।
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पीएम मोदी ने मौसम और जलवायु अनुसंधान के लिए तैयार जिस एक उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग (एचपीसी) प्रणाली का उद्घाटन किया उसे 850 करोड़ रुपये के निवेश से तैयार किया गया है। पीएमओ के अनुसार, यह परियोजना मौसम संबंधी अनुप्रयोगों के लिए भारत की कम्प्यूटेशनल क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ये है रुद्र सुपर कम्प्यूटर से जुड़ी खास बातें-
- इसके निर्माण में 130 करोड़ का खर्च
- दिल्ली, पुणे और कोलकाता में इसे किया गया स्थापित
- भारत में विकसित किया गया पूरा सिस्टम
- मएल और डीएल फ्रेमवर्क पर AI क्षमता
- क्लाउड सर्विस के रूप में कंप्यूट/स्टोरेज
रुद्र सुपर कम्पयूटर से होने वाले फायदे-
- AI और मशीन लर्निंग क्षमता से आम लोगों को तकनीक और तेजी का फायदा
- भौतिकी, पृथ्वी विज्ञान और ब्रह्माण्ड विज्ञान में हाई रिसर्च में मददगार
- युवा साइंटिस्टों के लिए बेहतरीन तकनीक प्रयोग का मंच होगा तैयार
- मौसम, बायोइनफार्मेटिक्स और मैटेरियल साइंस आदि का काम आसान
- तकनीक से दुनिया बदलने और भारत को वैश्विक नेतृत्व करने की स्थिति में लाएगा
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 27 September 2024 at 07:54 IST