अपडेटेड 15 August 2025 at 21:26 IST
PM मोदी ने नागालैंड के राज्यपाल ला गणेशन के निधन पर जताया दुख, 80 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागालैंड के राज्यपाल ला. गणेशन के निधन पर शोक व्यक्त किया। ला. गणेशन ने 80 साल की आयु में ली अंतिम सांस।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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La. Ganesan Death: नागालैंड के राज्यपाल ला गणेशन का शुक्रवार को 80 साल की उम्र में निधन हो गया, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने पोस्ट कर लिखा कि ला गणेशन को एक समर्पित राष्ट्रवादी के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने तमिलनाडु में बीजेपी का विस्तार करने के लिए कड़ी मेहनत की और तमिल संस्कृति के प्रति भी उनका गहरा लगाव था।
नागालैंड के राज्यपाल ला गणेशन का स्वास्थ्य खराब होने की वजह से चेन्नई के अपोलो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। गणेशन को 8 अगस्त की सुबह अपने घर पर फिसल गए थे, इलाज के दौरान शुक्रवार 6 बजकर 23 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
बिना विवाह किए, छोड़ी नौकरी… फिर RRS में शामिल हुए
ला. गणेशन का जन्म 16 फरवरी 1945 को तमिलनाडु में हुआ था। वह RSS की विचारधाराओं से प्रभावित होकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुए और बाद में BJP में भी सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने तमिलनाडु BJP के अध्यक्ष और BJP के राष्ट्रीय सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। गणेशन के पिता का निधन युवावस्था में ही हो गया था। इसके बाद गणेशन भाई के साथ रहने लगे और उन्हीं के साथ पढ़ाई लिखाई जारी रखी। इसके बाद गणेशन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए और बिना विवाह किए ही उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ी दी। 1970 में गणेशन RSS के पूर्णकालिक प्रचारक बन गए और लगभग 20 सालों तक गणेशन ने नागरकोइल, मदुरै और बाकी स्थानों पर अलग-अलग पदों पर संघ की सेवा की।
तमिलनाडु बीजेपी को आकार दिया
वह 1991 में बीजेपी में शामिल हुए और राज्य इकाई के संगठन सचिव बने। इस पद के माध्यम से उन्होंने तमिलनाडु बीजेपी के कामकाज को आकार देने में अहम भूमिका निभाई। 10 सालों के बाद, गणेशन को बीजेपी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया। इसके अलावा, उन्होंने 2 सालों तक राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक के रूप में भी कार्य किया। 2006 से 2009 के बीच, गणेशन तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष रहे। करीब 2 दशकों से, गणेशन पोर्ट्रामारई नामक एक साहित्यिक और सांस्कृतिक संगठन के प्रमुख रहे हैं, जो साहित्यिक विषयों पर प्रसिद्ध हस्तियों के भाषणों का आयोजन करता है।
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इतना ही नहीं 2016 में, गणेशन मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए। उन्हें 27 अगस्त 2021 को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया और वे 19 फरवरी, 2023 तक इस पद पर रहे। जुलाई 2022 से नवंबर 2022 के बीच उन्हें पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया। फरवरी 2023 से गणेशन नागालैंड के 21वें राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 15 August 2025 at 21:26 IST