Published 22:16 IST, September 24th 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम एशिया में युद्ध विराम और वार्ता की राह पर लौटने का आह्वान किया
PM मोदी ने पश्चिम एशिया में युद्ध विराम, बंधकों की रिहाई और वार्ता एवं कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम एशिया में युद्ध विराम, बंधकों की रिहाई और वार्ता एवं कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हुए इस बात पर जोर दिया कि केवल द्वि-राष्ट्र समाधान से ही अस्थिर क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता आएगी।
मोदी ने सोमवार को यहां ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ के अवसर पर फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ मुलाकात के दौरान गाजा में उत्पन्न मानवीय संकट और क्षेत्र में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने फलस्तीन के लोगों के प्रति भारत के अटूट समर्थन की पुष्टि की, जिसमें मानवीय सहायता जारी रखना भी शामिल है। बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘‘इजराइल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत की एक समान सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया और युद्ध विराम, बंधकों की रिहाई तथा वार्ता और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केवल द्वि-राष्ट्र समाधान से ही क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता होगी। भारत फलस्तीन को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक था, इसकी याद दिलाते हुए उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन की सदस्यता के लिए भारत के निरंतर समर्थन से अवगत कराया।
बयान में कहा गया, ‘‘दोनों नेताओं ने भारत-फलस्तीन द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर रचनात्मक चर्चा की, जिसमें संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन को भारत का समर्थन तथा शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षमता निर्माण प्रयासों के क्षेत्र में फलस्तीन को जारी सहायता शामिल है।’’
दोनों नेताओं ने भारत-फलस्तीन द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
मोदी की तीन दिवसीय अमेरिकी यात्रा के समापन पर सोमवार शाम को संवाददाताओं को जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि राष्ट्रपति अब्बास ने प्रधानमंत्री मोदी को भारत द्वारा राजनीतिक मुद्दों सहित अन्य मुद्दों पर दी गई सहायता के लिए धन्यवाद दिया तथा ‘‘उम्मीद जताई कि भारत क्षेत्र में शांति लाने में अपनी भूमिका निभाता रहेगा।’’
मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन के लिए भारत के ऐतिहासिक समर्थन का भी उल्लेख किया, साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, क्षमता निर्माण और अन्य क्षेत्रों में भारत द्वारा फलस्तीन को प्रदान की गई निरंतर मानवीय सहायता का भी उल्लेख किया।
अब्बास के साथ बैठक को ‘‘बहुत अच्छा’’ बताते हुए मिस्री ने कहा कि फलस्तीनी नेता ने मुद्दे पर समग्र रूप से भारत द्वारा अपनाए गए रुख की सराहना की।
द्विपक्षीय बैठक के बाद, मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘न्यूयॉर्क में राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की। क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए भारत के समर्थन को दोहराया। फलस्तीन के लोगों के साथ दीर्घकालिक मित्रता को और मजबूत करने के लिए विचारों का आदान-प्रदान किया।’’
Updated 22:16 IST, September 24th 2024