अपडेटेड 25 May 2025 at 11:31 IST
कौन हैं सिक्किम के डॉ. भूटिया? PM मोदी ने 'मन की बात' में सुनाई जिनकी प्रेरणादायक कहानी, पारंपरिक बुनाई को दी नई पहचान
पीएम मोदी ने बताया कि इसमें जो ऊन का इस्तेमाल होता है, वो सिक्किम के खरगोशों और भेड़ों से आता है। रंग भी पूरी तरह प्राकृतिक होते हैं कोई केमिकल नहीं, सिर्फ प्रकृति की रंगत।
- प्रधान सेवक नरेंद्र मोदी
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PM Modi Mann ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए आज (25 मई) को देश को संबोधित किया। कार्यक्रम के 122वें एपिसोड में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर से लेकर वोकल फॉर लोकल से लेकर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समेत कई मुद्दों पर अपने विचार लोगों के साथ साझा किए। इस दौरान पीएम मोदी ने एक ऐसे शख्स की कहानी सुनाई जिन्होंने सिक्किम की पारंपरिक बुनाई और संस्कृति को एक नई पहचान दी। इनका नाम हैं चेवांग नोरबू भूटिया।
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि मैं पहली राइजिंग नॉर्थ ईस्ट समिट में गया था | उससे पहले हमने नॉर्थ ईस्ट के सामर्थ्य को समर्पित ‘अष्टलक्ष्मी महोत्सव’ भी मनाया था। नॉर्थ ईस्ट की बात ही कुछ और है, वहां का सामर्थ्य, वहां का टैलेंट वाकई अद्भुत है।
डॉ. चेवांग नोरबू भूटिया ने की Crafted Fibers की शुरुआत
उन्होंने आगे कहा कि मुझे एक दिलचस्प कहानी पता चली है क्राफ्टेड फ्राइबर्स (Crafted Fibers) की | Crafted fibers ये सिर्फ एक ब्रांड नहीं, सिक्किम की परंपरा, बुनाई की कला और आज की सोच- तीनों का सुन्दर संगम है। इसकी शुरुआत की डॉ. चेवांग नोरबू भूटिया ने।
डॉ. चेवांग ने पारंपरिक बुनाई को मॉर्डन फैशन से जोड़ा- PM मोदी
पीएम मोदी ने बताया कि डॉ. चेवांग नोरबू भूटिया पेशे से पशु चिकित्सक (Veterinary Doctor) हैं और दिल से सिक्किम की संस्कृति के सच्चे ब्रांड एंबेसडर। उन्होंने सोचा क्यों न बुनाई को एक नया आयाम दिया जाए और इसी सोच से जन्म हुआ Crafted fibers का। उन्होंने पारंपरिक बुनाई को मॉर्डन फैशन से जोड़ा और इसे बनाया एक सामाजिक उद्यम।
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'केवल कपड़े नहीं, जिंदगियां बुनते हैं…'
उन्होंने कहा कि अब उनके यहां केवल कपड़े नहीं बनते, उनके यहां जिंदगियां बुनी जाती हैं। वे लोकल लोगों को स्किल ट्रेनिंग देते हैं, उन्हें आत्मनिर्भर बनाते हैं। गांवों के बुनकर, पशुपालक और स्वयं सहायता समूह (Self-help Groups) इन सबको जोड़कर डॉ. भूटिया ने रोजगार के नए रास्ते बनाए हैं। आज, स्थानीय महिलाएं और कारीगर अपने हुनर से अच्छी कमाई कर रहे हैं। Crafted Fibers के शॉल, स्टोल, दस्ताने, मोजे, सब लोकल हैंडलूम से बने होते हैं।
सिक्किम के खरगोशों और भेड़ों से आता है ऊन
पीएम मोदी ने बताया कि इसमें जो ऊन का इस्तेमाल होता है, वो सिक्किम के खरगोशों और भेड़ों से आता है। रंग भी पूरी तरह प्राकृतिक होते हैं कोई केमिकल नहीं, सिर्फ प्रकृति की रंगत। डॉ. भूटिया ने सिक्किम की पारंपरिक बुनाई और संस्कृति को एक नई पहचान दी है। उनका काम हमें सिखाता है कि जब परंपरा को पैशन से जोड़ा जाए, तो वो दुनिया को कितना लुभा सकती है।
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Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 25 May 2025 at 11:31 IST