अपडेटेड 28 October 2024 at 18:27 IST
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में जिक्र किये जाने के बाद से कर्नाटक के विजयपुरा के रहने वाले संतोष पाटिल सुर्खियों में हैं। उन्होंने लोगों को ‘डिजिटल गिरफ्तारी’ के साइबर अपराध के जरिए निशाना बनाने वाले जालसाजों के मुद्दे को उठाया था।
पुलिसकर्मी बनकर डिजिटल तरीके से गिरफ्तार करने की कोशिश करने वाले जालसाज से कुशलतापूर्वक निपटने के लिए पाटिल को बधाई संदेशों की बाढ़ आ गई है। इस मुद्दे को 19 सितंबर को भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और तेलंगाना सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डी वी सी सज्जनार ने उठाया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर पाटिल एवं जालसाज का वीडियो शेयर किया था।
रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान मोदी ने डिजिटल गिरफ्तारी के साइबर अपराध को उजागर करने के लिए बातचीत को भी शेयर किया था। पाटिल ने सज्जनार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर वीडियो साझा करने के लिए धन्यवाद दिया, जो अब वायरल हो गया है। उन्होंने मोदी को भी धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘आपके (आईपीएस अधिकारी) द्वारा वीडियो साझा किए जाने के बाद, वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है और वीडियो को खूब रीट्वीट भी किया जा रहा है।’’
पाटिल ने कहा, ‘‘डिजिटल गिरफ्तारी के जालसाज कभी पुलिस, सीबीआई, नारकोटिक्स, कभी आरबीआई जैसे नाम का इस्तेमाल करके फोन कॉल करते हैं, वे बहुत आत्मविश्वास के साथ नकली अधिकारी बनकर बात करते हैं। 'मन की बात' के कई श्रोताओं ने चाहा है कि हम इस पर चर्चा करें।’’
पब्लिश्ड 28 October 2024 at 18:27 IST