अपडेटेड 23 April 2024 at 12:55 IST
बिहार में INDI गठबंधन हो गया पंचर? पूर्णिया में तेजस्वी ने पप्पू यादव को हराने का क्यों चला दांव
तेजस्वी के तेवर और पप्पू यादव की ठसक के बीच इंडी गठबंधन क्या फंस गया है? दोनों ओर से बयान ऐसे जिससे चुनावी पारा बढ़ गया है। अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया है।
- विचार एवं विश्लेषण समाचार
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INDI Alliance Dilemma: इंडी अलायंस पूरे शोर शराबे के साथ अस्तित्व में आया। लेकिन जब से बना तभी से टूटकर बिखरने की खबरें आती रहीं। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता दिखाने की कोशिश साल भर के भीतर ही दम तोड़ती दिखी। नीतीश कुमार जदयू संग अलग हो गए तो ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल की आप ने भी एक दूसरे के खिलाफ ही अपने अपने इलाकों में ताल ठोक दी। ताजा किरकिरी की वजह तेजस्वी बनाम पप्पू के शब्द बाण बने हैं।
दोनों प्रचार प्रसार के दौरान एक दूसरे पर हमलावर हैं। तेजस्वी यादव पूर्णिया में तो आपे से इतना बाहर हुए कि पप्पू को नहीं एनडीए को वोट देने की वकालत मंच से कर बैठे। दोनों ओर से जिस तरह की बयानबाजी हो रही है उससे एक मैसेज जा रहा है, संकेत ऐसे जो गठबंधन की सेहत के लिए ठीक नहीं है।
..और मंच से तेजस्वी ने पप्पू का चाल चरित्र बताया
पप्पू पूर्णिया से निर्दलीय मैदान में उतरे हैं तो राजद के कोटे की इस सीट से बीमा भारती जोर आजमाइश कर रही हैं। अपनी कैंडिडेट का प्रचार करने पहुंचे तेजस्वी ने भरी सभा में जो कुछ कहा वो उनके गुस्से, नाराजगी और अहम को दर्शाता है। पप्पू यादव ही नहीं बल्कि राहुल गांधी को लेकर भी उन्होंने बड़ी बात कही। मंच से बोले- अपना वोट इधर उधर मत डालिए...या तो एनडीए या फिर इंडिया। दो ही लोगों में लड़ाई है बिहार में...बहुत लोग बीजेपी-आरएसएस के पैसे पर लड़ रहे हैं। इनके चाल चरित्र को हम जानते हैं। (फिर पप्पू के पुराने बयान को आधार बना उनकी कसम याद दिलाई) बोले- किरिया खाए थे कुछ लोग कि तेजस्वी के जीतने पर राजनीति से संन्यास ले लेंगे। किरिया खाने वाले लोग बेशर्मी से खड़े हैं।
पप्पू बीजेपी के एजेंट...राहुल को हम मदद कर रहे- तेजस्वी
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम यहीं नहीं रुके। उन्होंने दावे से कहा कि राहुल गांधी की मदद वो कर रहे हैं और वो मजबूत होंगे तभी कांग्रेस मजबूत होगी। पप्पू यादव का नाम लिए बिना बोले- पिछले चुनाव में ये भाजपा के पैसे पर हेलीकॉप्टर में घूम रहे थे। मुख्यमंत्री बनना चाह रहे थे...मेरे पास सारा हेलीकॉप्टर का बिल है...कौन भाजपा वाला खड़ा किया है घूम घूम कर कह रहा है ए मुसलमान भाई हमको जीता दो, यादव भाई हमको वोट दे दें। जीतने के बाद कांग्रेस में जाएंगे...कांग्रेस के गठबंधन में हम हैं...राहुल गांधी को मदद हम कर रहे हैं...हमारी संख्या बढ़ेगी तो राहुल गांधी का हाथ मजबूत होगा...और कह रहे हैं कि आरएसएस वाले लोग हमारा मदद कर रहे हैं...गाली जी और हमको गाली बका गया, चुप्पी साधी रखी। आप लोग देखिएगा कितना बुरा भला कहा है उस आदमी ने जो बीजेपी का एजेंट है।
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पप्पू बोले- जनता करेगी फैसला
तेजस्वी के आरोपों को लेकर पप्पू यादव ने अपना रुख क्लियर किया। उन्होंने कहा वो खुद को राजा मानते हैं...लेकिन जनता मूर्ख नहीं है, फैसला जनता को ही करना है। उन्होंने परिवारवाद पर भी हमला बोला। कहा कि चाहते तो वो भी मधेपुरा या सुपौल सीट से परिवार के किसी सदस्य को खड़ा कर सकते थे ये तो ट्रेंड है। मैंने तब लोगों का साथ दिया जब उनके अपनों ने साथ छोड़ा...बाढ़ हो, कोरोना हो सबमें साथ दिया।
रिपब्लिक से बातचीत में पप्पू ने बाकी प्रदेशों से भी तुलना की। एक सवाल के जवाब में बोले- पता नहीं क्यों मुझे एजेंट बोल रहे हैं। ममता दीदी के खिलाफ कांग्रेस बंगाल में लड़ रही है...पंजाब में भी ऐसा ही है लेकिन वहां तो कोई नहीं बी टीम जैसी बात नहीं है...ये दुर्भाग्यपूर्ण है...मैं तो 26 के बाद दोनों बहनों (मीसा और रोहिणी ) के लिए प्रचार करने भी जा सकता हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है... वो ऐसा क्यों सोच रहे हैं क्या मैं पूर्णिया का बेटा नहीं, मेरा भी तो खून यहीं का है।
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अभी चुनाव बाकी हैं…
दुराव, टकराव छुपा नहीं है। दक्षिण में सनातन पर हमला होता रहा तो गठबंधन के कई साथियों ने विरोध जताया। कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने सनातन के अपमान को सहन नहीं किया और पार्टी ही छोड़ दी। आचार्य प्रमोद कृष्णम, गौरव वल्लभ जैसे नाम इनमें शामिल हैं। फिलहाल एक ही चरण के मतदान हुए हैं। छह चरण बाकी हैं। तो क्या तेजस्वी यादव किसी खास मंशा के तहत कांग्रेस को अपनी अहमियत बताना चाहते हैं? जताना चाहते हैं कि बिहार में चलेगी तो उनकी ही। उनका ये बयान कि- राहुल गांधी को मदद हम कर रहे हैं...उनकी सोच की पोल खोल रहा है।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 23 April 2024 at 12:55 IST