अपडेटेड 14 July 2025 at 14:56 IST

Sawan 2025: इस बार सावन का महीना कितने दिनों का है? जवाब- ना 30 दिन ना 31 दिन; जानें क्यों

हिंदू धर्म में अत्यंत पावन माने जाने वाले सावन या श्रावण माह की अवधि हर वर्ष एक जैसी नहीं होती, और इसके पीछे कोई धार्मिक कारण नहीं, बल्कि खगोलीय गणनाएं होती हैं। हिंदू पंचांग पूरी तरह चंद्रमा की गति पर आधारित होता है, इसलिए तिथियों में वर्ष दर वर्ष सूक्ष्म बदलाव आते हैं। 2025 में सावन माह केवल 29 दिनों का होगा, जबकि आमतौर पर यह 30 या 31 दिन का होता है। यह अंतर किसी विशेष घटना या धार्मिक निर्णय का परिणाम नहीं है, बल्कि यह एक प्राकृतिक पंचांगीय समायोजन है जो हर वर्ष होता रहता है।

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Sawan 2025
Sawan 2025: इस बार सावन का महीना कितने दिनों का है? जवाब- ना 30 दिन ना 31 दिन; जानें क्यों | Image: MetaAI/Shutterstock

Sawan 2025: हिंदू पंचांग में सावन माह को विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व प्राप्त है। यह महीना जुलाई और अगस्त के बीच आता है और भगवान शिव की पूजा-अर्चना का सर्वोच्च समय माना जाता है। आमतौर पर सावन 30 या 31 दिनों का होता है, लेकिन 2025 में यह केवल 29 दिनों का रहेगा और यही लोगों के मन में सवाल खड़ा कर रहा है कि ऐसा क्यों? इस असमानता का उत्तर चंद्रमा की गति और खगोलीय गणनाओं में छिपा है। हिंदू पंचांग लूनर कैलेंडर (चंद्र आधारित) पर आधारित होता है, और इसकी तिथियां चंद्र मास के अनुसार तय होती हैं। चंद्रमा की गति में हर साल थोड़ा अंतर आता है, जिससे तिथियों में बदलाव होता है। जब यह परिवर्तन कई स्तरों पर एकसाथ होता है, जैसे अधिक या कम तिथियों का समावेश, या ग्रह-नक्षत्रों की विशेष स्थिति तो पंचांग में दिनों की कुल संख्या में कटौती हो सकती है।

2025 के सावन में भी कुछ ऐसी ही खगोलीय परिस्थितियां बनी हैं। तिथियों का समायोजन करके यह सुनिश्चित किया गया है कि पंचांग का वार्षिक चक्र संतुलित रहे और धार्मिक अनुष्ठानों की तिथियां सटीक बनी रहें। यही कारण है कि इस बार सावन केवल 29 दिन का रहेगा। हालांकि अवधि कम है, लेकिन श्रद्धा और पूजा का महत्व उतना ही गहरा है। शिवभक्तों के लिए यह माह अब भी उतना ही पावन और विशेष है, जितना हर वर्ष होता है। इस साल 11 जुलाई 2025 से शुरू हो रहा सावन माह केवल 29 दिनों का होगा, जबकि सामान्यतः यह 30 या 31 दिन का होता है। इसका कारण चंद्रमा की स्थिति और त्रयोदशी तिथि का क्षय है। यह पंचांग और खगोलीय समायोजन के चलते हुआ है। हालांकि इससे त्योहारों या धार्मिक आयोजनों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।


इस वजह से 29 दिन का रहेगा इस साल का सावन

इस साल चंद्रमा की गति के कारण त्रयोदशी तिथि खत्म हो रही है, जिससे सावन माह 29 दिनों का ही रहेगा। हालांकि, इससे धार्मिक महत्व पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस बार सावन में विशेष ज्योतिषीय योग बन रहे हैं, जो इसे और भी शुभ और फलदायी बनाएंगे। हर महीने में त्रयोदशी तिथि होती है, जो 13वीं तिथि के रूप में होती है। इस साल चंद्रमा की गति और तिथियों के मिलाजुला होने के कारण त्रयोदशी तिथि खत्म हो जाएगी। इसकी वजह से सावन महीने का समय एक दिन कम हो जाएगा। इस बदलाव के बावजूद यह सावन माह अपने धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व को बनाए रखेगा।

सावन के दौरान बने विशेष योगों के कारण इस साल विशेष रूप से

  • धार्मिक अनुष्ठान जैसे शिव पूजा, रुद्राभिषेक, और कांवड़ यात्रा अत्यधिक प्रभावी होंगे।
  • पारिवारिक सुख-शांति और व्यक्तिगत उन्नति की संभावना भी अधिक रहेगी।
  • कृपा और आशीर्वाद का प्रवाह लगातार बना रहेगा, जिससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।
  • इन अद्भुत ज्योतिषीय योगों की वजह से इस बार सावन का संपूर्ण माह भक्तों के लिए बेहद फलदायी और प्रभावशाली रहेगा, चाहे इसका समय कम क्यों न हो।
  • इस वर्ष सावन का संक्षिप्त समय भी उन सभी के लिए लाभकारी साबित होगा जो इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाएंगे।

इस साल सावन में एक दिन कम क्यों है? ये भी है वजह

हिंदू पंचांग के अनुसार सावन या श्रावण माह हर साल एक खगोलीय गणना के आधार पर निर्धारित होता है। इसकी अवधि चंद्रमा की गति और तिथियों के अनुसार बदलती रहती है, जिससे कभी यह महीना 29 दिन का होता है तो कभी 30 या 31 दिन का। 2025 में सावन केवल 29 दिनों का होगा, लेकिन यह केवल पंचांगीय समायोजन का हिस्सा है और धार्मिक महत्व पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता। 2025 में सावन माह की शुरुआत शुक्रवार, 11 जुलाई से हुई है, और यह रक्षाबंधन के दिन, 9 अगस्त को समाप्त होगा। इस पूरे एक महीने के दौरान भगवान शिव की पूजा, सोमवार के व्रत, कांवड़ यात्रा, और श्रावण सोमवार की विशेष आराधना जैसे अनुष्ठान पूरे श्रद्धा और आस्था से किए जाते हैं। सावन का महत्व केवल दिनों की संख्या में नहीं, बल्कि उसमें निहित आध्यात्मिक ऊर्जा, भक्ति, और संस्कारों में है। चाहे इसकी अवधि एक दिन कम हो या ज्यादा, शिवभक्तों की आस्था और पूजा-विधियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ता।

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कब हो रहा है सावन 2025 का समापन

सावन माह इस वर्ष 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगा। यह संयोग विशेष धार्मिक और भावनात्मक महत्व रखता है, क्योंकि रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम और संकल्प का प्रतीक पर्व है। सावन भर चलने वाले पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान इस दिन के साथ पूर्णता को प्राप्त करेंगे। यह माह भक्ति, आत्मिक शांति और समृद्धि की कामनाओं से जुड़ा होता है, और रक्षाबंधन के दिन इसका समापन इसे और भी पावन और अर्थपूर्ण बना देता है।

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 14 July 2025 at 14:56 IST