अपडेटेड 26 January 2024 at 08:20 IST
Republic Day 2024: देश मना रहा 75वां गणतंत्र दिवस, जानिए इसके पीछे की दिलचस्प कहानी
Republic Day History: देशभर में 75वें गणतंत्र दिवस की धूम है। ऐसे में चलिए जानते हैं गणतंत्र दिवस से जुड़ी कुछ रोक बातें।
- लाइफस्टाइल न्यूज़
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Republic Day History: आज भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस सेलिब्रेट कर रहा है। रिपब्लिक डे को लेकर आज हर भारतीय देशभक्ति के रस से सराबोर है। हर तरफ तिरंगे के तीनों रंगों केसरीया, सफेद और हरे रंग की छटा देखने को मिल रही है। सड़कों लेकर घरों की छतों तक हर तरफ तिरंगा लहरा रहा है।
रिपब्लिक डे को लेकर देशभर में जश्न का माहौल है। ऐसे में आपको इससे जुड़ी कुछ रोचक जानकारी जरूर जान लेनी चाहिए। रिपब्लिक डे के इतिहास से लेकर इसकी तारीख तक, आइए जानते हैं गणतंत्र दिवस से जुड़ी कई अहम बातें।
26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस
साल 1929 के दिसंबर महीने में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने लाहौर अधिवेशन में ऐतिहासिक ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया था। जिसके बाद पहली बार 26 जनवरी 1930 को स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। हालांकि, पूर्ण रूप से आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली थी जिसे अधिकारिक रूप से स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था।
यही वजह थी कि 26 जनवरी की तारीख की खासियत को बरकरार रखने के लिए साल 1950 में 26 जनवरी को संविधान लागू किया गया, जिसे तभी से गणतंत्र दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाने लगा था। 26 जनवरी, 1950 को संविधान को अपनाने के साथ भारत ने खुद को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राज्य घोषित कर दिया था।
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दो साल, 11 महीने और 18 दिन की मेहनत
भारत का संविधान बनाने के लिए संविधान सभा का गठन किया गया था। इसमें 22 समितियां थी। इनमें सबसे अहम समिति प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर थे। जिनकी अध्यक्षता में दो साल, 11 महीने और 18 दिन की मेहनत के बाद दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान तैयार किया गया था।
लिखित रूप से संविधान तैयार करने के बाद डॉ. आंबेडकर ने संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद को 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सौंप दिया था। हालांकि इसे लागू करने में पूरे दो महीने का समय लगा। जिसके पीछे तर्क दिया जाता है कि 26 जनवरी के ‘पूर्ण स्वराज’ के ऐलान के महत्व को कायम रखने के लिए संविधान को दो महीने बाद लागू किया गया। इस तरह से 26 जनवरी 1950 को पहला गणतंत्र दिवस मनाया गया।
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26 जनवरी के पूरे दिन का शेड्यूल
- गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम की शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री द्वारा देश के शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ की जाती है।
- इसके बाद, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर पहुंचते हैं।
- परंपरा के अनुसार, भारत का राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराता है और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान किया जाता है।
- परेड की शुरुआत राष्ट्रपति की सलामी लेने के साथ होती है।
- गणतंत्र दिवस की परेड देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करती है।
- इस दौरान कई झांकियां और फ्लाई पास्ट के अलावा भी कई कार्यक्रम किए जाते हैं।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 26 January 2024 at 07:50 IST