अपडेटेड 27 October 2021 at 18:39 IST

Rajasthan Tourist Spots: राजस्थान के ये पांच किले हैं सबसे ज्यादा चर्चित, जानें इनका रोमांचक इतिहास

राजस्थान भारत के सबसे मशहूर पर्यटन राज्यों (Rajasthan Tourist Spots) में से एक है जहां की संस्कृति (Rajasthani culture) और इतिहास यात्रियों का मन मोह लेता है।

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Rajasthan Tourism: राजस्थान भारत के सबसे मशहूर पर्यटन राज्यों (Rajasthan Tourist Spots) में से एक है जहां की संस्कृति (Rajasthani culture) और इतिहास यात्रियों का मन मोह लेता है। राजस्थान वीर सपूतों और राजा-महाराजाओं की भूमि है जिसकी जमीन पर कई वीर गाथाएं लिखी गई हैं। यही कारण है कि राज्य के पास कई ऐसे ऐतिहासिक किलों (Rajasthan history and heritage) की विरासत है जिसे देखने के लिए हर साल हजारों-लाखों पर्यटक आते हैं। तो आइए जानते हैं राजस्थान के इन्हीं पांच सबसे चर्चित किलों (Rajasthan famous forts) के बारे में-

आमेर का किला, आमेर

महाराजा मानसिंह प्रथम (Maharaja Mansingh I) ने 1552 में आमेर किले (Amer Fort) का निर्माण करवाया गया था जिसे राजपूत शासकों के मुख्य निवास स्थान के रूप में इस्तेमाल में लिया जाता रहा था। यहां आपको शीश महल, शीला माता का मंदिर और जगत शिरोमणि मंदिर जैसे मशहूर दर्शनीय स्थल देखने को मिल जाएंगे। ये किला (Amer Fort history) जयपुर से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और ऊंचे पर्वतों पर बना हुआ है। यह जयपुर क्षेत्र का मुख्य पर्यटन क्षेत्र है। आपको बता दें कि आमेर शहर को मीणाओ ने बनवाया था जिसपर बाद में राजा मानसिंह ने प्रथम शासन किया था।

चित्तौड़गढ़ किला

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चित्तौड़गढ़ किला (Chittorgarh Fort) भारत के सबसे बड़े किलों में से एक है जिसे यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज साईट में भी शामिल किया है। इसे चित्रांगद मौर्य द्वारा चित्रकूट नामक पहाड़ी पर बनवाया गया था। इसके बारे में कहा जाता है कि "गढ तो चित्तौड़गढ़ बाकी सब गढैया।" बता दें कि एक प्राचीन समय में इस किले को मेवाड़ की राजधानी माना जाता था। इस किले में सबसे ज्यादा खूनी लड़ाईयां देखी गई हैं और सबसे ज्यादा जौहर भी यही हुए हैं।  गौरतलब है कि चित्तौड़ के किले (Chittorgarh Fort history) में अनेक पुराने महल, भव्य मंदिर, कीर्ति स्तम्भ, जलाशय, पानी की बावड़ियां, शस्त्रागार, अन्न भंडार और गुप्त सुरंग जैसी चीजें हैं।

नाहरगढ़ किला

नाहरगढ़ किले (Nahargarh Fort) को जयपुर शहर के संस्थापक महाराजा सवाई जय सिंह (Maharaja Sawai Jai Singh) ने 1734 में अपनी रानियों के लिए बनवाया था। इसकी खास बात ये है कि इसपर इतिहास में कभी हमला नहीं हुआ। हालांकि, यह किला 18 वीं शताब्दी में मराठा सेनाओं के साथ संधियों पर हस्ताक्षर करने जैसी प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं का स्थल रहा है। इसमें (Nahargarh Fort history) ‘रंग दे बसंती’ और ‘शुद्ध देसी रोमांस’ जैसी फिल्मों की शूटिंग हुई है।

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इस महल को भूतिया महल (Nahargarh Fort haunted) के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि लोगों का मानना है कि इस किले में राजा का भूत रहता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां एकदम से तेज हवाएं चलने लगती हैं और कई बार दरबाजे के कांच टूट कर गिर जाते हैं। साथ ही कभी इतनी गर्मी तो कभी बहुत ठंड लगने लगती है। किले में जाने वाले लोगों को भी अजीब चीजें महसूस हुई हैं।

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हवा महल

हवा महल (Hawa Mahal) को राजस्थान की सबसे प्राचीन इमारतों में से एक माना जाता है जिसे “पैलेस ऑफ विंड्स” भी कहा जाता है। इसे महाराजा सवाई प्रताप सिंह (Maharaja Sawai Pratap Singh) ने 1799 में बनवाया था। हवा महल गर्मियों से राहत पाने के लिए राजपूतों का खास ठिकाना था क्योंकि झरोखों से आने वाली ठंडी हवा पूरी इमारत को ठंडा रखती थी। हवा महल (Hawa Mahal history) का नाम यहां की पांचवी मंजिल से पड़ा है, जिसे हवा मंदिर कहा जाता है।

बता दें कि पुराने जमाने में महिलाएं पर्दा रखती थीं और दैनिक कार्यक्रमों के लिए सार्वजनिक रूप से सामने आने से बचती थीं। हालांकि, इन झरोखों की मदद से उनके चेहरे को ठंडी हवा लगती थी और तपती धूप में भी उन्हें राहल मिलती थी। 

कुंभलगढ़ किला 

कुंभलगढ़ किले (Kumbhalgarh Fort) का निर्माण महाराणा कुंभा (Maharana Kumbha) ने 15वीं शताब्दी में 1443 में शुरू करवाया था और 1458 को यह किला बनकर तैयार हुआ। इसका निर्माण सम्राट अशोक के दूसरे बेटे सम्प्रति के बनाए किले के अवशेषों पर किया गया था। बता दें कि कुंभलगढ़ के किले को मेवाड़ की आंख भी कहा जाता है।

इसके अलावा, कुंभलगढ़ किले (Kumbhalgarh Fort history) को एक समय पर अजयगढ़ के नाम से भी जाना चाहता था क्योंकि इस महान किले पर विजय पाना लगभग असंभव था। इस किले के चारों तरफ एक बड़ी दीवार बनी हुई थी जो ‘द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना’ (The Great Wall of China) के बाद दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार है। इसे ‘द ग्रेट वॉल ऑफ इंडिया’ (The Great Wall of India) के नाम से भी जाना चाहता है।

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Published By : Sakshi Bansal

पब्लिश्ड 27 October 2021 at 18:25 IST